गुना। बीजेपी प्रदेश प्रभारी पी.मुरलीधर राव कांग्रेस के निशाने पर हैं. दिग्विजय सिंह के गृहनगर राघोगढ़ में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में राव के बयान कांग्रेस ने भाजपा की घेराबंदी शुरू कर दी तो वहीं BJP प्रदेश के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर (Lokendra Parashar) ने सफाई पेश करते हुए एक के बाद एक लगातार 3 ट्वीट किए गए. प्रदेश मीडिया प्रभारी के ट्वीट को पी.मुरलीधर राव ने रीट्वीट भी किया है.
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जिनके रावण राज का अंत हुआ,
— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar (@LokendraParasar) November 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
स्वाभाविक है उन्हें विभीषण नाम से पीड़ा होगी
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— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar (@LokendraParasar) November 19, 2022
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स्वाभाविक है उन्हें विभीषण नाम से पीड़ा होगी
विभीषण शब्द पर आपत्ति: प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने लिखा "विभीषण सर्वथा स्तुत्य और वंदनीय हैं. विभीषण नहीं होते रावण के राज का अंत कैसे होता और रामराज्य की स्थापना कैसे होती है. जिन्हें भी विभीषण शब्द पर आपत्ति है वह अपने नाम के साथ 'रावण' जोड़ लें. कांग्रेस ने मुरलीधर राव के बयान को मुद्दा बना लिया है. कांग्रेस ने बयान को हवा देते हुए भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के हालातों पर चुटकी ली है. तेलुगु भाषी होने के कारण मुरलीधर राव विभीषण के मर्म को समझ नहीं पाए. इसलिए हिंदीभाषी राज्य मध्यप्रदेश में उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों की तुलना विभीषण से कर दी.
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विभीषण सर्वथा स्तुत्य और वंदनीय हैं
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विभीषण नहीं होते रावण के राज का अंत कैसे होता और रामराज्य की स्थापना कैसे होती है ?
जिन्हें भी विभीषण शब्द पर आपत्ति है वह अपने नाम के साथ 'रावण'जोड़ लें
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विभीषण नहीं होते रावण के राज का अंत कैसे होता और रामराज्य की स्थापना कैसे होती है ?
जिन्हें भी विभीषण शब्द पर आपत्ति है वह अपने नाम के साथ 'रावण'जोड़ लेंविभीषण सर्वथा स्तुत्य और वंदनीय हैं
— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar (@LokendraParasar) November 19, 2022
विभीषण नहीं होते रावण के राज का अंत कैसे होता और रामराज्य की स्थापना कैसे होती है ?
जिन्हें भी विभीषण शब्द पर आपत्ति है वह अपने नाम के साथ 'रावण'जोड़ लें
ऐसे उपजा बवाल: यह बवाल बीजेपी के एक कार्यक्रम से मचा है. इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव (Muralidhar Rao statement) मंच से यह कहते नजर आ रहे हैं कि, सिंधिया समर्थक दोनों मंत्री विभीषण हैं. जो अब इस परंपरा से निकलकर भाजपा में शामिल हो गए हैं.(Mission MP 2023 Saal Chunavi Hai) इसके अलावा कांग्रेस में रहे अन्य विभीषण भी भाजपा में शामिल हो गए हैं. वीडियो में दिख रहा है कि, मंच पर राज्य सरकार के दोनों मंत्री भी मौजूद हैं. जो मुरलीधर राव के बयान पर खुद को राम का सेवक बताते नजर आ रहे हैं.