भोपाल। गुना में हुए हादसे में 13 लोगों की मौत होने के मामले में राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. सीएम ने मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी. वहीं परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा को हटा दिया है. इसके अलावा गुना कलेक्टर तरुण राठी, पुलिस अधीक्षक विजय कुमार खत्री को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. वहीं गुना आरटीओ रवि बरेलिया और सीएमओ बीडी कतरोलिया को भी निलंबित कर दिया गया है. परिवहन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश राजेश को सौंपा गया है. घटना को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि घटना के लिए जिम्मेदार को छोड़ा नहीं जाएगा.
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गुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
साथ ही परिवहन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कठोर… pic.twitter.com/d5JzMnhhiN
">गुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 28, 2023
मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
साथ ही परिवहन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कठोर… pic.twitter.com/d5JzMnhhiNगुना बस हादसा मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। जो गंभीरता से जांच कर घटना की रिपोर्ट सौंपेगी।
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मैंने मुख्य सचिव को इस मामले से जुड़े संबंधित विभाग के सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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जिस बस में हादसा उसका न बीमा, न फिटनेस: गुना से आरोन जा रही बस की डंपर से टक्कर में आग लग गई थी. इस दर्दनाक हादसे में 13 लोगों की जानें चली गई. घटना के बाद सामने आया कि जो बस में हादसा हुआ, वह 15 साल पुरानी थी. उस बस का फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं था और न ही बीमा था. सवाल उठ रहा है कि आखिर बिना फिटनेस और बीमा के आखिर बस सड़क पर कैसे दौड़ रही थी. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने घटना के बाद इसको लेकर सवाल खड़े किए थे. केके मिश्रा ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि प्रदेश में बिना फिटनेस, बिना पंजीयन के सरपट वाहनों की दौड़ स्पर्धा, नशा कर वाहन चालन और बोरिंग करने के बाद उसके होल खुले छोड़ देना एक सामाजिक धर्म बन चुका है. जिम्मेदारों को कानून का भय नहीं है.
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गुना बस हादसे की निष्पक्ष जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी दुर्घटना के कारणों, बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियां आदि की जांच, आग लगने के कारण एवं उत्तरदायी विभागों की जांच समेत विभिन्न पहलुओं पर 3 दिन में अपनी रिपोर्ट गुना कलेक्टर को सौंपेगी। https://t.co/E3xBMkRmLK
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">गुना बस हादसे की निष्पक्ष जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी दुर्घटना के कारणों, बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियां आदि की जांच, आग लगने के कारण एवं उत्तरदायी विभागों की जांच समेत विभिन्न पहलुओं पर 3 दिन में अपनी रिपोर्ट गुना कलेक्टर को सौंपेगी। https://t.co/E3xBMkRmLK
— Jansampark MP (@JansamparkMP) December 28, 2023गुना बस हादसे की निष्पक्ष जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच कमेटी दुर्घटना के कारणों, बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियां आदि की जांच, आग लगने के कारण एवं उत्तरदायी विभागों की जांच समेत विभिन्न पहलुओं पर 3 दिन में अपनी रिपोर्ट गुना कलेक्टर को सौंपेगी। https://t.co/E3xBMkRmLK
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मुख्यमंत्री बैठक छोड़ पहुंचे थे गुना: उधर हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह कृषि विभाग की समीक्षा बैठक टालकर गुना पहुंचे. उन्होंने घायलों का हाल जाना और घटना की जांच के आदेश दिए. उधर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रदेश भर में बसों की जांच को लेकर अभियान शुरू हो गया. इस दर्दनाक घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी संवेदन जताई है.
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4 सदस्यीय टीम गठित: इसके साथ ही गुना बस हादसे की निष्पक्ष जांच के लिए सीएम ने 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. जांच कमेटी दुर्घटना के कारणों, बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियां आदि की जांच, आग लगने के कारण एवं उत्तरदायी विभागों की जांच समेत विभिन्न पहलुओं पर 3 दिन में अपनी रिपोर्ट गुना कलेक्टर को सौंपेगी.