गुना। शहर के कोतवाली क्षेत्र की गंगा कॉलोनी में रहने वाला व्यापारी 42 वर्षीय विवेक शर्मा लेनदेन के सिलसिले में घर से निकला था. वह 2 दिन से लापता था. जब पुलिस ने पड़ताल की तो विवेक की बाइक सिंहवासा तालाब के पास लावारिस हालत में मिली. इससे पहले परिजनों ने पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी थी. पुलिस अधीक्षक ने युवा व्यापारी की खोजबीन के लिए टीम भी गठित की. दो दिन बीतने के बाद विवेक का शव 6 टुकड़ों में बरामद किया गया. (Guna Brutal Murder)
आरोपी ने 90 हजार उधार लिए थे : दरअसल, विवेक शर्मा 12 जुलाई को मामा के लड़के से 90 हजार रुपये की वसूली के लिए घर से निकला था. विवेक एसएएफ कॉलोनी में मामा के लड़के मोहित शर्मा की बहन के घर पहुंचा. वहां मोहित और उसकी बहन मौजूद थी. मोहित एमआर है. जिसने विवेक की चाय में नशे की दवा मिलाकर बेहोश कर दिया. बेहोशी की हालत में उसने विवेक की हत्या की. इसके बाद भाई और बहन ने मिलकर कटर से विवेक के शव के 6 टुकड़े कर दिए. आरोपी मोहित शर्मा इतना शातिर है कि उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए गोपीकृष्ण सागर बांध के पास 3 गड्ढे भी खुदवाए.
पुलिस की सख्ती से खुलासा : आरोपी मोहित शर्मा ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए विवेक की मोटरसाइकिल को सिंहवासा तालाब किनारे छोड़ दिया. परिजनों ने लापता विवेक के मोबाइल पर कई बार फोन लगाया लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला. परिजनों ने बताया कि विवेक आखिरी बार मामा के लड़के से मिलने गया था. उसी के बाद से लापता है. परिजनों की आशंका पर मोहित से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हो गया. आरोपी मोहित की निशानदेही पर 48 घंटे बीतने के बाद पुलिस को विवेक का शव एक गड्ढे में दबा मिला.
परिजनों का गुस्सा फूटा : आरोपियों ने शव को 6 टुकड़ों में काटकर पॉलीथिन में बांधकर रखा. सिर को धड़ से अलग कर दिया गया था. परिजनों ने अंगूठी और हाथ के कड़े से मृतक की पहचान की. शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की पैनल बनाकर किया गया. इस मामले में परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा. परिजनों ने कैंट पुलिस के वाहन में तोड़फोड़ कर दी. मृतक के चाचा राजीव शर्मा ने बताया कि विवेक अक्सर मोहित से मिलने के लिए उसके घर जाता था. इसी घर में दोनों के बीच पैसों का लेनदेन हुआ. कैंट थाना क्षेत्र के सरकारी आवास में मोहित की बहन और उसके जीजाजी रहते हैं. हत्या की साजिश उसी सरकारी आवास में रची गई.