गुना। जिले के सिरसी गांव से एक किसान की बेटी गीता दो साल पहले लापता हो गई थी, जिसकी गुमशुदगी रिपोर्ट आरोन थाने में दर्ज कराई गई थी, दो साल भी जब बेटी का कुछ पता नहीं चला तो लाचार पिता ने हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में अर्जी दाखिल की, जिसके बाद हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश के DGP से जवाब मांगा है.
एक अगस्त 2017 को आरोन थाने के सिरसी गांव से कंट्रोल की दुकान से राशन लेते वक्त गजेन्द्र चंदेल की लाडली बेटी गीता अचानक लापता हो गई थी. जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट आरोन थाने में पिता ने दर्ज कराई थी, बेटी की तलाश में भटकता पिता हाईकोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया, फिर भी उसके हाथ खाली ही हैं.
इस मामले में जिले की पुलिस के अलावा अन्य जिले की पुलिस हरकत में है और गीता को खोजने में दिन रात एक कर रही है. इतना ही नहीं ग्वालियर आईजी ने गीता का पता बताने वाले के लिए 30 हजार रुपये इनाम भी रखा है. SIT का गठन भी कर दिया गया है, इसके अलावा आरोन थाना प्रभारी प्रवीण चौहान और तत्कालीन थाना प्रभारी अभय प्रताप सिंह परमार को एसपी गुना ने सारे प्रभार हटाकर सिर्फ गीता की खोजबीन का प्रभार सौंपा दिया है.
फिलहाल लापता गीता की तलाश जारी है, पुलिस के लिए चुनौती से भरा मामला है, 2 साल 2 माह पुराना होने के चलते पुलिस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है आने वाले समय में क्या गीता मिलेगी, अगर मिलेगी तो किस हाल में कहां, कब और कैसे? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.