गुना। जनता किसी नेता को वोट देकर कुर्सी पर बैठाती है तो अपेक्षा होती है कि वह क्षेत्र का विकास करेगा. इसके विपरीत अधिकतर नेता सत्ता में आते ही अपनी हदें भूलकर ऐसे काम करने लगते हैं कि उनको जनप्रतिनिधि कहने में भी शर्म आती है. ऐसा ही मामला सामने आया है गुना में. यहां एक महिला पार्षद के पति ने अपने रसूख के दम पर सरकारी जमीन को ही हथिया लिया. इस जमीन पर मैरिज गार्डन बनाकर वह कारोबार भी करने लगा.
जांच में आरोप सही साबित हुए : गुना नगर पालिका वार्ड क्रमांक 9 की जनता ने वोट देकर भाजपा से निष्कासित कार्यकर्ता सुमन लोधा को पार्षद बनाया था. लेकिन सत्ता की हनक चढ़ी उनके पति लालाराम लोधा को. लालाराम ने पत्नी के पार्षद होने का दम भरते हुए सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया. हालांकि, उनकी रंगदारी ज्यादा दिन नहीं चली. सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत मिलते ही कलेक्टर ने मामले की जांच शुरू करा दी. तहसीलदार सिद्धार्थ भूषण शर्मा द्वारा की गई जांच में सभी आरोप सच पाए गए.
कब्जा हटाने के आदेश, 10 हजार जुर्माना : तहसीलदार शर्मा ने बताया कि पटवारी से जांच प्रतिवेदन लिया गया था. जिसमें बूढ़े बालाजी स्थित सरकारी भूखंड 656/1/1 रकबा 28.120 में से 0.090 हेक्टेयर पर कब्जा मिला. आरोपी लालाराम ने सरकारी जमीन पर बालाजी मैरिज गार्डन बना लिया गया था. तहसीलदार न्यायालय ने आदेश पारित करते हुए उसे अतिक्रमणकारी घोषित किया है. आरोपी पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है और कब्जा खाली करने के आदेश दे दिए गए हैं.
मंत्री तोमर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी : इस बारे में सवाल किए जाने पर लालाराम लोधी ने उसके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचे जाने की बात कहते हुए कन्नी काट ली. इससे पहले गुना नगर पालिका चुनाव के दौरान लालाराम का एक वीडियो भी बहुत वायरल हुआ था. इसमें वह मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करता दिखा था. इसी चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार का साथ देने पर भाजपा ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते लालाराम की पत्नी सुमन लोधा को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर रखा है.