गुना। जगनपुर चक में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान दलित परिवार पर हुई कार्रवाई और उनके जहरीले पदार्थ का सेवन करने के मामले ने जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ा है. उपचुनावी सीजन में दलित उत्पीडन से जुड़ा मामला होने के चलते राजनैतिक पार्टियों ने इस पर जमकर राजनीति की है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुना कलेक्टर-एसपी हटाने का ऐलान किया.
गुना कलेक्टर एस विश्वनाथन की जगह श्रीकुमार पुरुषोत्तम नए कलेक्टर होंगे, इसके अलावा एसपी तरूण नायक की जगह राजेश कुमार सिंह को गुना का नया एसपी बनाया गया है. अतिक्रमण हटने की कार्रवाई के दौरान ड्यूटी करने वाले करीब छह पुलिसकर्मियों पर भी निलंबन की गाज गिरी है. वहीं मामले को लेकर कांग्रेस, बसपा, आप, एसयूसीआई, माकपा सहित अहिरवार समाज ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अलग-अलग ज्ञापन सौंपे.
दलित परिवार पर हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए आरोपी अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की गई. पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर खेती के लिए जमीन देने की मांग की गई है. कलेक्टर एस विश्वनाथन ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं, एसडीएम मामले की जांच कर 30 दिन के अंदर रिपोर्ट देंगे.
दरअसल 14 जुलाई को राजस्व और पुलिस का अमला जगनपुर चक में स्थित शासकीय आदर्श महाविद्यालय के लिए आवंटित भूमि से अतिक्रमण हटाने गया था. कार्रवाई के दौरान प्रशासन और पुलिस की असंवेदनशीलता देखने मिली.
इस दौरान राजकुमार अहिरवार और सवित्री बाई ने प्रशासन से कुछ वक्त की मोहलत मांगते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध किया और इस दौरान उन्होंने जहरीली दवाई खा ली. मौके पर मौजूद छोटे बच्चे रोते रहे. पुलिस का वीडियो और फोटो राष्ट्रीय स्तर पर राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मायावती सहित अन्य नेताओं ने शेयर कर प्रदेश की बीजेपी सरकार को घेरा. सरकार ने भी आनन-फानन में कलेक्टर-एसपी को हटाने का फरमान जारी कर दिया.
सीएम शिवराज ने साफ किया कि गुना मामले में उच्च स्तरीय जांच के निर्देश भी दिए गए हैं, जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय हनुमान चौराहे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया और पीडित परिवार को मुआवजा देकर खेती के लिए जमीन देने की मांग की.