गुना। दलित परिवार से प्रशासन की मारपीट और बमौरी क्षेत्र के उकावद में आदिवासी समुदाय के व्यक्ति को जिंदा जलाने के बाद अब जिले में एक दलित मजदूर ने फांसी लगाकर खुद को खत्म कर लिया है. मामला बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खूजा निवासी एक दलित मजदूर ने पेड़ पर फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. मृतक आर्थिक रूप से परेशान था और उसकी जमीन भी बिक चुकी थी.
मृतक के परिजनों ने बताया कि बालमुकुंद अहिरवार पर भारी कर्ज था. इसके अलावा वह अपने परिवार का पालन-पोषण भी ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा था. उसकी छह बेटियां और एक बेटा है, इनमें से दो बेटियों का विवाह वह कर चुका था. इस दौरान उसकी जमीन भी बिक चुकी थी और जगह-जगह से कर्जा लेना पड़ा था. कर्जदारों की वजह से वह रोजाना मानसिक तनाव में था और बुधवार रात उसने गांव के पास ही एक पेड़ से लटककर फांसी लगा ली.
सुबह ग्रामीणों ने उसका शव देखा तो परिजनों को सूचना दी, मौके पर एफएसएल टीम भी पहुंची और मुआयना किया. पुलिस का दावा है कि मृतक शराब ज्यादा मात्रा में पीता था, और नशे में ही फांसी लगा ली है. हालांकि, मामले की विस्तृत जांच के बाद ही साफ वजह सामने आ सकेगी कि बालमुकुंद ने फांसी किन कारणों के चलते लगाई.
सूदखोरों पर आरोप
बहरहाल, जिले में एक और दलित की सनसनीखेज मौत का मामला गरमा गया है. ग्रामीणों में सूदखोरी को लेकर गुस्सा है. आरोप लगाया जा रहा है कि गांव के कुछ दबंग लोग भारी ब्याज पर लोगों को पैसा देते हैं और बाद में दबाव बनाते हैं. हाल ही में बमौरी क्षेत्र के उकावद में विजय सहरिया नाम के व्यक्ति को जलाकर मार डालने की घटना सामने आई थी. अब बजरंगगढ़ थाना क्षेत्र के खूजा में आर्थिक तंगी से परेशान दलित बालमुकुंद की मौत को लेकर भी परिजन सूदखोरों पर आरोप लगा रहे हैं.
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दलित किसान दंपति पर बर्बरता
गुना के कैंट थाना क्षेत्र मेंं दलित किसान दंपति पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर सियासत गरमा गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने पूछा था कि शिवराज के राज में ये कैसा जंगल राज है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा था कि ''ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है. ये कैसा जंगल राज है.'' साथ ही इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में जमकर विरोध किया था.
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आदिवासी युवक को जिंदा जलाया
मध्य प्रदेश के गुना जिले में आदिवासी युवक को केरोसिन डालकर जिंदा जलाकर मारने के मामला सामने आया था. मृतक का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मौत से पहले घायल युवक ने आरोपी राधेश्याम का नाम लिया था. इलाज के बाद आदिवासी युवक की मौत हो गई. अब इस मामले पर बीजेपी-कांग्रेस आपने-सामने आ गई थीं.