डिंडौरी। कोतवाली थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत कनई सांगवा के वनवासी टोला में ग्रामीण महिलाओं ने कोतवाली पुलिस के साथ की आवश्यक बैठक. आयोजित बैठक में गांव को नशा मुक्त बनाने की अभियान की शुरुआत की. रविवार की दोपहर कोतवाली पुलिस व ग्रामीण महिलाओं के बीच चली लगभग 2 घंटे की बैठक में महिलाओं ने शपथ ली कि आज से गांव में शराब पीने व बेचने वालों को पहले वे समझाएंगे और अगर फिर भी लोग नहीं मानेंगे तो ग्राम की महिलाएं कोतवाली पुलिस के साथ मिलकर शराबियों को सबक सिखाने का काम करेंगी. इस अभियान की डिंडौरी कोतवाली प्रभारी चन्द्र किशोर सिरामे ने तारीफ करते हुए पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया. ताकि समाज हित मे गांव का विकास हो सके.
परोसा जा रहा शराब और गांजा
ग्रामीण महिलाओं में शशि बनवासी ने कहा कि गांव में शराब और गांजा का अवैध व्यापार जोरों से चल रहा है. जिस पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से गांव में कोतवाली पुलिस के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करनी थी. इसी उद्देश्य से कनई सांगवा में महिलाओं की बैठक पुलिस के साथ आयोजित की गई. महिलाओं ने बताया कि गांव में बढ़ती शराब खोरी व गांजा के चलते आये दिन झगड़े,गाली गलौच व परिवार टूट रहे हैं. वहीं महिलाओं ने बताया कि गांव में शौचालय नहीं है और ना ही पर्याप्त पानी की सुविधा महिलाओं का दल दोनों विषयों पर आगे काम करेगा. ताकि गांव की महिलाओं को बाहर सोच को न जाना पड़े.
सरपंच वही होगा जो शराब से दूर रहेगा
कनई सांगवा ग्राम के बनवासी टोला की महिलाओं ने बताया कि आने वाले पंचायत चुनाव में वे ऐसे व्यक्ति को सरपंच बनाएंगी जो ना तो शराब पिए और ना ही शराब पिलाए. ऐसे व्यक्ति से ही गांव का विकास हो सकेगा. महिलाओं ने बताया कि गांव मे जो वर्तमान के हालात है वे ठीक नही है. जिसके चलते महिलाओं को आगे आने को मजबूर होना पड़ रहा है. महिलाओं का कहना है कि यह अभियान कनई सांगवा तक सीमित नही रहेगा. वे अपने आसपास के गांव मे जाकर नशा मुक्ति अभियान का सहयोग करने के लिए उस गांव को महिलाओं को जागरूक करेगी.
टीआई ने कहा रहेगा पूरा सहयोग
टीआई डिंडौरी कोतवाली चंद्र किशोर सिरामे ने बताया कि कनई सांगवा ग्राम की महिलाओं के इस अभियान का वे स्वागत करते हैं और पूरा भरोसा दिलाते है कि उन्हें जब जब पुलिस की आवश्यकता पड़ेगी, तब-तब हमारा स्टाफ उनके सहयोग के लिए आगे आएगा. ताकि गांव शराब और नशा मुक्त हो सके.