डिंडौरी। सरकार लाख दावे और वादे करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां हो रही है. बता दें कि जिले के मोहारी की आंगनवाड़ी केंद्र के नौनिहाल मध्यान्ह भोजन करने के बाद नाले का पानी पीने को मजबूर हैं. इसके बावजूद प्रशासन इस और कोई ध्यान नही दे रहा है.
सरकार आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से महिला बाल विकास कुपोषण की लड़ाई लड़ने का दम भर रही है. लेकिन जमीनी हालात कुछ और हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय, हैंडपंप, बिजली, जैसी कोई भी मूलभूत सुविधा का उपलब्ध नही है. इसके बावजूद महिला बाल विकास कुपोषण से लड़ाई लड़ने की बात कर रहा है.
हालात ये हैं कि मौहारी आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे शौचालय के लिए नाले जाते है. और दोपहर के भोजन करने के बाद उसी नाले का पानी पीने को मजबूर हैं. जवाबदार विभाग लगातार अनजान बना हुआ है. जिसका खामियाजा आंगनबाड़ी केंद्र के नौनिहाल मासूम बच्चे उठाने को मजबूर हैं.