डिंडौरी। गोरखपुर करंजिया के रूसा गांव में बने शेल्टर होम से तीन लड़कों के भागने का मामला सामने आया है. भागने वाले तीनों लड़के कुछ दिनों पहले ही भोपाल से भागकर डिंडौरी आए थे, जिन्हें रूसा में बने शेल्टर होम (शासकीय कस्तूरबा छात्रावास) में रखा गया था. तीनों वार्डन को चमका देखकर भागे, जिसके बाद उन्हें फिर से पकड़ लिया गया है.
तीनों के भागने की सूचना पर बजाग तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा ने एक टीम का गठन कर तीनों को धर दबोचा और दोबारा शेल्टर होम में भर्ती कराया. जिसके बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया. जब उनसे भागने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि नशे की लत ने उन्हें ऐसा करने पर मजबूर कर दिया.
तीनों युवाओं ने बाताया कि वे गुटखा, पान, बीड़ी का सेवन करते हैं. इन चीजों की उन्हें सख्त जरूरत है. अब चीजों की मांग उन्होंने तहसीलदार से की थी है. तीनों के खिलाफ कोविड 19 प्रोटोकॉल के नियम का उल्लंघन करने पर मामला दर्ज कराया गया है.
हालांकि पूरे मामले के बाद तहसीलदार द्वारा उन्हें समझाइश दी गई हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ये सारी कवायद की जा रहीं हैं. इस बीमारी के प्रति गंभीर और सावधान रहकर ही इससे बचा जा सकता है. इसलिए तय समय तक यहीं रहना है. किसी भी स्थिति में शेल्टर होम से भागना नहीं हैं, वरना कड़ी कार्रवाई की जाएगी.