डिंडौरी। आदिवासी अंचलों में बारिश के दिनों में हर साल सर्पदंश से कई जाने चली जाती हैं. ज्यादातर लोगों की मौत अनजाने में जाती है, जबकि कई जानें झाड़फूंक के चक्कर मे पड़ने से जाती हैं. अल्पप्रवास पर अमरकंटक यूनिवर्सिटी से डिंडौरी पहुंचे सर्प विशेषज्ञ भास्कर बर्वे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि बारिश के दिनों में कैसे सजग रहें कि सर्पदंश से आसानी से बचा जा सके, इसके लिए क्या सावधानियां बरतनी पड़ेंगी.
भास्कर बर्वे जो पेशे से एक सर्प विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने अब तक अपने 22 साल मंडला जिले को दिए हैं और 10 सालों से अनूपपुर जिला के अमरकंटक स्थित इंदिरा गांधी नेशनल ट्रायवल यूनिवर्सिटी में बतौर सर्प विशेषज्ञ पदस्थ हैं और समाजसेवा के कार्य से भी जुड़े हैं. भास्कर बर्वे बतौर सर्प विशेषज्ञ सामाजिक क्षेत्रो में भी काम कर रहे हैं और कई जहरीले सर्प को जिंदा पकड़ कर जंगल मे उन्हें सुरक्षित छोड़ देते है. भास्कर बर्वे अपने परिचित के यहां डिंडौरी पहुंचे जहां कोबरा सांप का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल मे छोड़ा.
ईटीवी भारत को भास्कर ने बताया कि बारिश के दिनों में खेत, खलिहानों और बिलों में पानी भर जाता है, जिसके चलते जहरीले जीव अपने को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पक्के मकानों या साफ जगहों को चुनते हैं. घरों पर बारिश के दिनों में अनाज का भंडारण रहता है जिसके चलते अधिकाशं घरों में चूहे डेरा जमाए रहते हैं, ऐसे में सांप घरों की ओर रुख करते हैं. इन से बचने के लिए बारिश के दिनों में अपने घर के हर उस जगह को ढक कर रखना चाहिए जहां से जहरीले जीव के घुसने का खतरा बना रहता है जैसे बाथरूम या घर के बाहरी दरवाजे.
![snake expert bhaksar barve](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8105038_thumbna.jpg)
आगे भास्कर बर्वे ने कहा कि घर पर बारिश के दिनों में जमीन पर सोने वाले लोगों के लिए जहरीले जीव बेहद नुकसान दायक होते हैं. इसलिए कोशिश करें की पलंग पर सोए और मच्छर दानी का उपयोग करे ताकि मच्छर, कॉकरोच या सांप न घुस सके. अगर फिर भी सर्पदंश से घटना घटती है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर एन्टीबेनम की दवा ले जिससे आप सुरक्षित रह सकें.