डिंडौरी (Dindori Latest News)। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का धरातल में क्या हाल है, इसकी बानगी डिंडौरी जिला में देखने को मिली. जहां जिला चिकित्सालय (dindori district hospital) से पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को 5 महीने की बच्ची का शव मोटरसाइकिल पर ले जाना पड़ा. मृत बच्ची बैगा जनजाति परिवार से है. मध्यप्रदेश की शिवराज और केंद्र की मोदी सरकार आदिवासियों के लिए जन कल्याणकारी योजनाओं के तमाम दावे करती है. वहीं आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी से आई यह तस्वीर मानवता को शर्मसार कर देने वाली है.
पोस्टमार्टम के बाद नहीं मिला शव वाहन
मृतक बच्ची 5 महीने की थी, जिसे बीते दिनों एक टीका लगा था. वहीं बैगा परिजनों का आरोप है कि बच्ची के शव को उनके द्वारा गौयरा गांव से बाइक में ही लाया गया था और पोस्टमार्टम करवाने के बाद बाइक से ही गोद में जाना पड़ा. लेकिन दो डॉक्टरों के द्वारा पोस्टमार्टम तो करवाया गया, इस दौरान डिंडौरी पुलिस भी रही लेकिन किसी ने शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया.
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मृतक के परिजनों को शव को जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर बाइक से लेकर जाना पड़ा. वहीं कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने भी सुध नहीं ली, बीजेपी जिलाध्यक्ष नरेन्द्र राजपूत ने भी कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की (relatives carry child dead body on bike).