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मंत्री मरकाम के गृह जिले में स्कूल जाने के लिए नहीं है पक्का रास्ता, कीचड़ में से निकलते है छात्र

डिंडौरी जिले के करौंदी गांव के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जाने के लिए पक्का रास्ता नहीं होने से छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके लिए छात्र-छात्राओं ने पक्की सड़क की मांग की है.

करौंदी में स्कूल जाने के लिए नहीं है पक्का रास्ता
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Published : Sep 18, 2019, 11:39 PM IST

डिंडौरी। जिले की शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल करौंदी में स्कूल जाने के लिए छात्रों को कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. बारिश के शुरू होते ही इस रास्ते पर हर जगह कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है. जिससे छात्रों और शिक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार इसकी शिकायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से की गई, लेकिन अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है.

करौंदी में स्कूल जाने के लिए नहीं है पक्का रास्ता

रास्ते में दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है. कई बार कीचड़ में फिसल कर लोग गिर भी जाते है. बता दें कि यह इलाका जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले में आता है. इस मामले से स्थानीय विधायक भूपेन्द्र मरावी को भी अवगत कराया गया, लेकिन हायर सेकंडरी स्कूल पहुंच मार्ग की स्थिति अभी भी बदतर बनी हुई है. वही स्कूल प्रबंधन और छात्रों ने मीडिया के माध्यम से सरकार से गुहार लगाई है कि, इस मार्ग को जल्द से जल्द बनवाया जाए.

स्कूल की प्राचार्या साधना अग्रवाल का कहना है कि करौंदी सरपंच एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवेदन देकर रास्ता ठीक कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई काम ही नहीं हुआ है. वहीं छात्र- छात्राओं का कहना है कि बरसात के दिनों में इस रास्ते में वे कई बार फिसलकर गिर जाते है, जिसके कारण घर लौटना पड़ता है. छात्र-छात्राओं ने पक्की सड़क की मांग की है, ताकि उनके पढ़ाई में कोई बाधा न आए.

डिंडौरी। जिले की शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल करौंदी में स्कूल जाने के लिए छात्रों को कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. बारिश के शुरू होते ही इस रास्ते पर हर जगह कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है. जिससे छात्रों और शिक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार इसकी शिकायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से की गई, लेकिन अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है.

करौंदी में स्कूल जाने के लिए नहीं है पक्का रास्ता

रास्ते में दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है. कई बार कीचड़ में फिसल कर लोग गिर भी जाते है. बता दें कि यह इलाका जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले में आता है. इस मामले से स्थानीय विधायक भूपेन्द्र मरावी को भी अवगत कराया गया, लेकिन हायर सेकंडरी स्कूल पहुंच मार्ग की स्थिति अभी भी बदतर बनी हुई है. वही स्कूल प्रबंधन और छात्रों ने मीडिया के माध्यम से सरकार से गुहार लगाई है कि, इस मार्ग को जल्द से जल्द बनवाया जाए.

स्कूल की प्राचार्या साधना अग्रवाल का कहना है कि करौंदी सरपंच एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवेदन देकर रास्ता ठीक कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई काम ही नहीं हुआ है. वहीं छात्र- छात्राओं का कहना है कि बरसात के दिनों में इस रास्ते में वे कई बार फिसलकर गिर जाते है, जिसके कारण घर लौटना पड़ता है. छात्र-छात्राओं ने पक्की सड़क की मांग की है, ताकि उनके पढ़ाई में कोई बाधा न आए.

Intro:डिंडोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल करौंदी में पढ़ने जाने के लिए छात्रों को कीचड़ में चलकर जाना पड़ता है । बरसात शुरू होते ही इस मार्ग पर हर जगह कीचड़ ही कीचड़ रहता है । इसमें छात्रों और शिक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।  कई बार इसकी शिकायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को की गई लेकिन अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया ।Body:ईटीवी भारत स्पेशल

डिंडोरी जिले के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल करौंदी में पढ़ने जाने के लिए छात्रों को कीचड़ में चलकर जाना पड़ता है । बरसात शुरू होते ही इस मार्ग पर हर जगह कीचड़ ही कीचड़ रहता है । इसमें छात्रों और शिक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।  कई बार इसकी शिकायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को की गई लेकिन अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया । छात्रों को दुर्घटना होने का अंदेशा भी बना रहता है । कई बार कीचड़ में फिसल कर गिर जाते हैं । आपको बता दें कि यह इलाका मप्र सरकार के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले में आता है । लोगों ने इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक भूपेन्द्र मरावी को अवगत कराया । लेकिन हायर सेकंडरी स्कूल पहुंच मार्ग की स्थिति अभी भी बदतर बनी हुई है । यहां दूरदराज के दर्जनों गांवों से सैकड़ों छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं । वहीं स्कूल प्रबंधन और छात्रों ने मीडिया के माध्यम से सरकार से गुहार लगाई है कि इस सड़क मार्ग को जल्द से जल्द बनवाया जाए ।

स्कूल की प्राचार्य साधना अग्रवाल का कहना है कि स्कूल तक पहुंच मार्ग के लिए हमने ग्राम पंचायत करौंदी के सरपंच एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी आवेदन कर मांग की है । लेकिन अभी तक यहां कोई काम ही नहीं हुआ । इस बदहाल कच्चे रास्ते में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को भारी परेशानियोंका सामना करना पड़ता है ।

वहीं जब हमने छात्र छात्राओं से बात की तो उनका कहना है कि बरसात के दिनों में इस रास्ते में वे कई बार गिर भी जाते हैं । जिसके कारण उन्हें वापस घर लौटना पड़ता है । विद्यार्थियों की भी मांग है कि स्कूल तक पक्के पहुंच मार्ग की व्यवस्था की जाए, ताकि उनके पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए।

बाइट1- साधना अग्रवाल, प्राचार्य
बाइट2- महेन्द्र बरमैया, छात्र
बाइट3- पूजा, छात्रा Conclusion:प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले और वित्त मंत्री तरूण भनोत के प्रभार वाले आदिवासी जिले डिंडौरी के शहपुरा में स्कूलों तक पहुँच मार्ग की स्थिति बदहाल है । कीचड़ और गड्ढों से गुजरकर विद्यार्थी और शिक्षक तक पहुंचते हैं ।
विधायक भूपेन्द्र मरावी के आश्वासन के बाद भी नहीं बनी सड़क ।
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