डिंडौरी। आदिवासी जिला डिंडौरी में यूं तो प्राकृतिक खनिज संपदा भरपूर मात्रा में है. जिसकी जानकारी और दोहन न होने से क्षेत्र सहित जिले का विकास का पहिया अब तक थमा हुआ है. डिंडौरी जिले की खनिज संपदाओं का दोहन अगर शुरू किया जाता है तो निश्चित ही डिंडौरी जिला राजस्व के मामलों में प्रदेश के कई जिलों को न सिर्फ पछाड़ सकता है बल्कि जिले के लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध करा सकता है.
क्षेत्र के जानकार की माने तो अमरपुर जनपद क्षेत्र के खितौली गांव में सफेद चुना भारी तादात में है. जिसमें डोलोमाइट की मात्रा ज्यादा है अगर सर्वे कर इसका उपयोग किया जाता है तो जिले को राजस्व सहित ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध हो सकेंगे.वहीं प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ने इस पर विचार करने की बात कही है. साथ ही यह भी कहा कि इसके लिए पर्यावरण का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
⦁ आदिवासी जिला डिंडौरी के अमरपुर जनपद क्षेत्र के मोहारी पंचायत के खितौली गांव में चूने के सफेद पत्थर भारी तादात में पाए जाते हैं.
⦁ क्षेत्र के आदिवासी इस चूने के पत्थर का इस्तेमाल तीज त्योहार के समय अपने घरों को रंग रोगन के लिए करते हैं.
⦁ सफेद चूने पत्थर की जानकारी लगने के बाद जयपुर और कोलकाता से भी लोग क्षेत्र का सर्वे कर जा चुके हैं.
इस मामले को लेकर जब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से बात की गई तो उनका कहना है कि यहां पर भरपूर प्राकृतिक संपदा है. हमारे जिले को लाभ मिल सके इसके लिए हम केंद्रित हैं. जिले का विकास हमारी पहली प्राथमिकता है पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे इसका भी ध्यान रखा जाएगा.