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इस गांव से गायब है नलजल योजना, पीने के पानी को तरस रहे ग्रामीण - डिंडौरी में जल संकट

लॉकडाउन के चलते मजदूर अभी भूख से मर ही रहा था कि अब गर्मी के कारण जल संकट भी गहराने लगा है, जिससे वह अब प्यास बुझाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है.

Water crisis in Dindori
डिंडौरी में जल संकट
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Published : May 1, 2020, 9:05 PM IST

Updated : May 17, 2020, 4:59 PM IST

डिंडौरी। लॉकडाउन के दौरान आज देश 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मना रहा है, वही मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला डिंडौरी से जलसंकट को लेकर ऐसी तस्वीर सामने आ रही हैं, जिसे देख आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. डिंडौरी जनपद क्षेत्र के ग्राम अझवार से सारस ताल मार्ग में 2 किलोमीटर की दूरी पर मजदूर वर्ग पानी के लिए परेशान है. ग्रामीण मजदूर बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. वे परिवार के साथ मिलकर बरसाती नाले में कुएं खोदने को मजबूर हैं.

गड्ढा खोद कर पी रहे हैं पानी
आदिवासी जिला डिंडौरी का जनपद क्षेत्र डिंडौरी अंतर्गत ग्राम अझवार जहां न तो अब तक नलजल योजना पहुंची है और न ही हैंडपम्प खोदा जा सका है. ये हम नही यह ग्रामीण कह रहे हैं जो अपने परिवार के साथ ही बरसाती नाले में कुआं खोदने में जुट गए हैं. यह तस्वीर जिले के उन नेताओं की उपलब्धि पर करारा तमाचा है जो विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें मंच से किया करते हैं. अझवार के यादव परिवार ने बताया कि नेता गांव में तभी आते हैं जब चुनाव होते हैं उसके बाद पूरे पांच साल उनके दर्शन दुर्लभ होते हैं.
Water crisis in Dindori
गांव में नहीं है नलजल योजना
इंसान सहित जानवर भी प्यासेबरसाती नाले में कुआं खोद रहे यादव परिवार की महिला सदस्य का कहना है कि उनके द्वारा खोदे गए इस कुएं से वे अपना और अपने घरों के मवेशियों की प्यास बुझाएंगे जो खेत मे इस्तेमाल होते है. महिला ने कहा कि खोदे गए कुएं से मिलने वाला पानी मैला और गंदा है पर पीना उनकी मजबूरी है. अगर नही पियेंगे तो प्यास से मर जायेंगे.हर गर्मी यही हालऐसा नही है कि यह नजारा इसी गर्मी में देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों कहना है कि हर साल जब-जब गर्मी बढ़ने लगती है तब तब गांव मे जलसंकट छा जाता है और उन्हें इसी तरह से बरसाती नाले में छोटे छोटे झिरिया बनाकर पानी सहेजना पड़ता है ताकि वे अपना और अपने परिवार की प्यास बुझा सकें.सरकार से पानी की मांगअझवार गांव जलसंकट से हर साल गुजरता है, ग्रामीणों की मांग है कि सरकार उन तक पानी की व्यवस्था कराए जिससे वे अपने परिवार सहित मवेशियों की प्यास बुझा सके. बहरहाल अझवार से 2 किलोमीटर दूर के 5 से 7 परिवार है जो हर साल गर्मी में जल संकट से सामना करता है.

डिंडौरी। लॉकडाउन के दौरान आज देश 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मना रहा है, वही मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला डिंडौरी से जलसंकट को लेकर ऐसी तस्वीर सामने आ रही हैं, जिसे देख आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. डिंडौरी जनपद क्षेत्र के ग्राम अझवार से सारस ताल मार्ग में 2 किलोमीटर की दूरी पर मजदूर वर्ग पानी के लिए परेशान है. ग्रामीण मजदूर बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. वे परिवार के साथ मिलकर बरसाती नाले में कुएं खोदने को मजबूर हैं.

गड्ढा खोद कर पी रहे हैं पानी
आदिवासी जिला डिंडौरी का जनपद क्षेत्र डिंडौरी अंतर्गत ग्राम अझवार जहां न तो अब तक नलजल योजना पहुंची है और न ही हैंडपम्प खोदा जा सका है. ये हम नही यह ग्रामीण कह रहे हैं जो अपने परिवार के साथ ही बरसाती नाले में कुआं खोदने में जुट गए हैं. यह तस्वीर जिले के उन नेताओं की उपलब्धि पर करारा तमाचा है जो विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें मंच से किया करते हैं. अझवार के यादव परिवार ने बताया कि नेता गांव में तभी आते हैं जब चुनाव होते हैं उसके बाद पूरे पांच साल उनके दर्शन दुर्लभ होते हैं.
Water crisis in Dindori
गांव में नहीं है नलजल योजना
इंसान सहित जानवर भी प्यासेबरसाती नाले में कुआं खोद रहे यादव परिवार की महिला सदस्य का कहना है कि उनके द्वारा खोदे गए इस कुएं से वे अपना और अपने घरों के मवेशियों की प्यास बुझाएंगे जो खेत मे इस्तेमाल होते है. महिला ने कहा कि खोदे गए कुएं से मिलने वाला पानी मैला और गंदा है पर पीना उनकी मजबूरी है. अगर नही पियेंगे तो प्यास से मर जायेंगे.हर गर्मी यही हालऐसा नही है कि यह नजारा इसी गर्मी में देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों कहना है कि हर साल जब-जब गर्मी बढ़ने लगती है तब तब गांव मे जलसंकट छा जाता है और उन्हें इसी तरह से बरसाती नाले में छोटे छोटे झिरिया बनाकर पानी सहेजना पड़ता है ताकि वे अपना और अपने परिवार की प्यास बुझा सकें.सरकार से पानी की मांगअझवार गांव जलसंकट से हर साल गुजरता है, ग्रामीणों की मांग है कि सरकार उन तक पानी की व्यवस्था कराए जिससे वे अपने परिवार सहित मवेशियों की प्यास बुझा सके. बहरहाल अझवार से 2 किलोमीटर दूर के 5 से 7 परिवार है जो हर साल गर्मी में जल संकट से सामना करता है.
Last Updated : May 17, 2020, 4:59 PM IST
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