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सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पर लगा गलत इलाज का आरोप, छात्रा का काटना पड़ा हाथ - पिता रवि झारिया

मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले और वित्त मंत्री तरूण भनोत के प्रभार वाले आदिवासी जिले डिंडौरी के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. अब डॉक्टर की लापरवाही के चलते यहां एक छात्रा को अपना हाथ गंवाना पड़ गया.

डॉक्टर पर लगा गलत इलाज का आरोप
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Published : Sep 18, 2019, 1:36 PM IST

Updated : Sep 18, 2019, 3:33 PM IST

डिंडौरी। जिले के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां पर बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां रयपुरा की बच्ची को अपना हाथ गंवाना पड़ गया है. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. अब असहाय पिता दिव्यांग मासूम बेटी को साथ लेकर कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.

डॉक्टर पर लगा गलत इलाज का आरोप

जानकारी के मुताबिक नवमी कक्षा की छात्रा कुछ समय पहले स्कूल में खेलते वक्त फिसलकर गिर गई थी, जिससे उसके हाथ मे गम्भीर चोट आई थी. परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्ची को उपचार के लिए शहपुरा के सरकारी अस्पताल में लेकर आए थे, जहां डॉक्टर ईश्वर सिंह ठाकुर ने छात्रा के हाथ में प्लास्टर तो बांधा, लेकिन दो दिन बाद ही बच्ची के हाथ में गैंगरीन हो गया.

इसके बाद पीड़ित पिता रवि झारिया बच्ची को जबलपुर मेडिकल कॉलेज लेकर आए, जहां बच्ची की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को हाथ काटना पड़ा. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ईश्वर ने गलत ढंग से प्लास्टर बांधा था, जिसके कारण उनकी बेटी को हाथ गंवाना पड़ गया. वहीं पीड़िता के पिता ने डॉक्टर पर कार्रवाई किए जाने को लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई है.

वहीं इस विषय पर शहपुरा सरकारी अस्पताल के बीएमओ डॉ ईश्वर सिंह ठाकुर का कहना है कि ये सब आरोप निराधार हैं, जिस दिन घटना घटी है, वे उस दिन भोपाल में थे. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के सीएचएमओ बच्ची का बेहतर इलाज कराने के साथ दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

डिंडौरी। जिले के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां पर बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां रयपुरा की बच्ची को अपना हाथ गंवाना पड़ गया है. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. अब असहाय पिता दिव्यांग मासूम बेटी को साथ लेकर कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.

डॉक्टर पर लगा गलत इलाज का आरोप

जानकारी के मुताबिक नवमी कक्षा की छात्रा कुछ समय पहले स्कूल में खेलते वक्त फिसलकर गिर गई थी, जिससे उसके हाथ मे गम्भीर चोट आई थी. परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्ची को उपचार के लिए शहपुरा के सरकारी अस्पताल में लेकर आए थे, जहां डॉक्टर ईश्वर सिंह ठाकुर ने छात्रा के हाथ में प्लास्टर तो बांधा, लेकिन दो दिन बाद ही बच्ची के हाथ में गैंगरीन हो गया.

इसके बाद पीड़ित पिता रवि झारिया बच्ची को जबलपुर मेडिकल कॉलेज लेकर आए, जहां बच्ची की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को हाथ काटना पड़ा. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ईश्वर ने गलत ढंग से प्लास्टर बांधा था, जिसके कारण उनकी बेटी को हाथ गंवाना पड़ गया. वहीं पीड़िता के पिता ने डॉक्टर पर कार्रवाई किए जाने को लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई है.

वहीं इस विषय पर शहपुरा सरकारी अस्पताल के बीएमओ डॉ ईश्वर सिंह ठाकुर का कहना है कि ये सब आरोप निराधार हैं, जिस दिन घटना घटी है, वे उस दिन भोपाल में थे. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के सीएचएमओ बच्ची का बेहतर इलाज कराने के साथ दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

Intro:डिंडोरी जिले के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है ।
ताजा मामला शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर बड़ी लापरवाही के चलते रयपुरा गांव की है जहां एक मासूम बच्ची को अपना हाथ गवाना पड़ गया ।
अब असहाय पिता विकलांग मासूम बेटी आराधना को साथ लेकर दर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराने दर दर की ठोकरे खाने मजबूर है।Body:प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम के गृह जिले और वित्त मंत्री तरूण भनोत के प्रभार वाले आदिवासी जिले डिंडौरी के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है ।
ताजा मामला शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर बड़ी लापरवाही के चलते रयपुरा गांव की है जहां एक मासूम बच्ची को अपना हाथ गवाना पड़ गया ।
अब असहाय पिता विकलांग मासूम बेटी आराधना को साथ लेकर दर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराने दर दर की ठोकरे खाने मजबूर है, आपको बता दें कि नवमीं कक्षा की छात्रा आराधना कुछ समय पूर्व स्कूल में खेलते वक्त फिसल कर गिर गई और उसके हाथ मे गम्भीर चोट आ गई थी ।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्ची को उपचार के लिए शहपुरा के सरकारी अस्पताल में लेकर आये थे जहां डॉक्टर ईश्वर सिंह ठाकुर के यहां बच्ची के हाथ में प्लास्टर तो बांधा । लेकिन दो दिन बाद ही बच्ची के हाथ में गैंगरीन हो गया इसके बाद पिता रवि झारिया बच्ची को जबलपुर मेडिकल कालेज ले गया जहां बच्ची की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को हाथ काटना पड़ा,परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ईश्वर ठाकुर द्वारा गलत ढंग से प्लास्टर बांधा गया जिसके कारण बच्ची विकलांग हो गई वहीं पीड़िता के पिता ने डॉक्टर पर कार्यवाही किये जाने को लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई है।
वहीं जब इस विषय पर अस्थि रोग विशेषज्ञ और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा में पदस्थ बीएमओ डॉ . ईश्वर सिंह ठाकुर से बात किया गया तो उन्होंने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि जिस दिन घटना घटी है उस दिन भोपाल में होना बताया है फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ बच्ची का बेहतर इलाज कराने के साथ दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही की बात कह रहे हैं ।

बाइट 01 रवि झारिया, बच्ची का पिता

बाइट 02 आरके मेहरा, सीएमएचओ डिण्डोरी

बाइट 03 डॉ ईश्वर सिंह ठाकुर, बीएमओConclusion:डिंडौरी जिले के शहपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा में पदस्थ बीएमओ डाॅ ईश्वर सिंह ठाकुर पर रयपुरा निवासी रवि झारिया ने लगाया गलत इलाज करने का आरोप ।
वहीं डाॅक्टर ने आरोपों को बताया निराधार ।
Last Updated : Sep 18, 2019, 3:33 PM IST
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