डिंडौरी। पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत ददरगांव बीट में हुए मादा तेंदुए की मौत में वन विभाग की टीम बुधवार को दिनभर जांच करती रही, जिसमें वन विभाग की टीम ने तार के फंदे की चपेट में आने से हुई मादा तेंदुए की मौत के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में वन विभाग के एसडीओ एके शर्मा का कहना है कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों द्वारा नाले के पास तार का फंदा लगाकर जंगली जानवरों का शिकार किया जा रहा था, जिसमें ढाई साल की मादा तेंदुआ फंस गई और भूख प्यास से उसकी मौत हो गई.
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार मामले में अभी दो आरोपी कुल सिंह कुशराम और दशरथ पन्द्राम जो कि ददरगांव निवासी है, को गिरफ्तार करने के साथ अन्य आरोपियों की तलाश में वन विभाग की टीम ददरगांव के जंगल में सर्चिंग कर रही है.
बचाने का किया प्रयास
अधिकारियों के मुताबिक तार के फंदे में आने के बाद मादा तेंदुआ झाड़ियों में दो दिनों तक गंभीर रुप से घायल होकर भूख प्यास से तड़पती रही, जिसके बाद सोमवार की शाम कुछ ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को सूचना दी थी. सूचना पर पहुंची वन विभाग और डॉक्टरों की टीम द्वारा मादा तेंदुए को बचाने का प्रयास किया गया लेकिन, मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई.
वन अधिकारियों के अनुसार शिकारियों द्वारा बताया गया कि मादा तेंदुए के पेट में वायर काफी देर तक फंसी रहने से वह गंभीर रुप से घायल हो गई थी. इस दौरान गंभीर रुप से घायल तेंदुए को बचाने के लिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम डिंडौरी आई. तेंदुए को ऑक्सीजन लगाकर भी इलाज किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई. शव के पोस्ट मार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.