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कर्जमाफी में नहीं रुक रहा फर्जीवाड़ा, मृतक किसानों के नाम पर हुआ रुपयों का बंदरबांट - डिंडौरी,कर्ज माफी

ग्रामीण लोक सिंह दुर्वाशा का आरोप है कि कुकर्रामठ लैम्पस में किसान क्रेडिट कार्ड से मृतकों के नाम पर रुपयों का बंदरबाट किया गया है. मामला 2009-10 का बताया जा रहा है.

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Published : Feb 2, 2019, 2:15 PM IST

डिंडौरी। नई सरकार द्वारा कर्ज माफी के बाद लगातार फर्जीवाड़े के मामले उजागर हो रहे हैं. ऐसे में अब कलेक्ट्रेट में एक और मामला सामने आया है जहां एक ग्रामीण ने डिंडौरी के कुकर्रामठ लैम्पस में हुए फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. आरोप है कि मृतक किसानों के नाम पर रुपयों का बंदरबाट किया जा रहा है.

दरअसल कुकर्रामठ गांव के निवासी लोक सिंह दुर्वासा ने कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर आरोप लगाया है कि साल 2009-10 में कुकर्रामठ लैम्पस में अधिकारियों की साठ-गांठ से ऐसे लोगों के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड से रुपये निकाले गए है जो या तो मर चुके थे या उस गांव के है ही नहीं. लोक सिंह का ने नामों का खुलासा भी किया है.

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वहीं मामले की जानकारी के बाद जब हमारी टीम किवटी गांव और कुकर्रामठ लैम्पस पहुंची तो मामले की परतें खुलने लगीं. जहां एक बुजुर्ग से पूछने पर पता चला कि जिन के नाम पर लोन लिया गया है वो इस गांव में नहीं हैं. जिसके बाद हमारी की टीम कुकर्रामठ लैम्पस पहुंची तो जहां के लैम्पस प्रभारी नारायण सिंह ठाकुर से मुलाकात की. जिन नामों को लेकर ग्रामीण ने शिकायत की थी उन नामों के बारे में जब हमने जानकारी ली तो पता चला की कुन्ना पिता महादेव की जानकारी दूसरी फाइल में हो सकती है, जो मौके पर नहीं मिली. वहीं सावित्री पति प्रीतम के नाम शासकीय दस्तावेज में पाए गए. जिनके नाम पर नकद लगभग 15 हजार किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये 2009-10 में ऋण दिए गए थे.


वहीं ग्रामीण लोक सिंह दुर्वासा द्वारा की गई शिकायत पर हमने जिला के सहकारी बैंक के प्रबंधक जी पी झारिया से बात की तो उनका कहना था कि शिकायत अगर आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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डिंडौरी। नई सरकार द्वारा कर्ज माफी के बाद लगातार फर्जीवाड़े के मामले उजागर हो रहे हैं. ऐसे में अब कलेक्ट्रेट में एक और मामला सामने आया है जहां एक ग्रामीण ने डिंडौरी के कुकर्रामठ लैम्पस में हुए फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. आरोप है कि मृतक किसानों के नाम पर रुपयों का बंदरबाट किया जा रहा है.

दरअसल कुकर्रामठ गांव के निवासी लोक सिंह दुर्वासा ने कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर आरोप लगाया है कि साल 2009-10 में कुकर्रामठ लैम्पस में अधिकारियों की साठ-गांठ से ऐसे लोगों के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड से रुपये निकाले गए है जो या तो मर चुके थे या उस गांव के है ही नहीं. लोक सिंह का ने नामों का खुलासा भी किया है.

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वहीं मामले की जानकारी के बाद जब हमारी टीम किवटी गांव और कुकर्रामठ लैम्पस पहुंची तो मामले की परतें खुलने लगीं. जहां एक बुजुर्ग से पूछने पर पता चला कि जिन के नाम पर लोन लिया गया है वो इस गांव में नहीं हैं. जिसके बाद हमारी की टीम कुकर्रामठ लैम्पस पहुंची तो जहां के लैम्पस प्रभारी नारायण सिंह ठाकुर से मुलाकात की. जिन नामों को लेकर ग्रामीण ने शिकायत की थी उन नामों के बारे में जब हमने जानकारी ली तो पता चला की कुन्ना पिता महादेव की जानकारी दूसरी फाइल में हो सकती है, जो मौके पर नहीं मिली. वहीं सावित्री पति प्रीतम के नाम शासकीय दस्तावेज में पाए गए. जिनके नाम पर नकद लगभग 15 हजार किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये 2009-10 में ऋण दिए गए थे.


वहीं ग्रामीण लोक सिंह दुर्वासा द्वारा की गई शिकायत पर हमने जिला के सहकारी बैंक के प्रबंधक जी पी झारिया से बात की तो उनका कहना था कि शिकायत अगर आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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Intro:एंकर _ नई सरकार बनने के बाद किसानों की कर्ज माफी पर लिए फैसले के बाद लगातार फर्जीवाड़े के मामले उजागर हो रहे है। ऐसा ही एक मामला जिला कलेक्ट्रेट में सामने आया है । जहाँ एक ग्रामीण ने डिंडौरी के कुकर्रामठ लैम्पस में हुए फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है। ग्रामीण लोक सिंह दुर्वाशा का आरोप है कि कुकर्रामठ लैम्पस में किसान क्रेडिट कार्ड से मृतकों के नाम पर रुपयों का बंदरबाट किया गया है मामला 2009_10 का बताया जा रहा है। वही जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक जी पी झरिया ने शिकायत आने पर कार्यवाही की बात कही है।लगातार फर्जीवाड़े की शिकायत सामने आने पर विभाग के हाथ पैर फूल गए है।


Body:वि ओ 01_ दरअसल कुकर्रामठ गाँव के निवासी लोक सिंह दुर्वासा ने जिला कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर आरोप लगाया है कि वर्ष 2009_10 में कुकर्रामठ लैम्पस में अधिकारियों की साठ गाठ से ऐसे लोगो के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड से रुपये निकाले गए है जो या तो मर चुके थे या उस गाँव के है ही नही।लोक सिंह का ने नामो का खुलासा भी किया है। लोकसिंह की माने तो किकरझर गाँव की सावित्री बाई पति प्रीतम और कुन्ना पिता महादेव के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड से रुपये निकाले गए है। जो या तो पहले से मृत है या उस गाँव के है ही नही।

वि ओ 02 वही मामले की जानकारी के बाद लोकसिंहः दुर्वासा के लगाए आरोप की पड़ताल करने जब ईटीवी भारत की टीम किवटी गाँव और कुकर्रामठ लैम्पस पहुँची तो मामले की परतें खुलने लगी। ईटीवी भारत की टीम किवटी गाँव पहुँची जहाँ गाँव मे ठंड के चलते गाँव के युवा बुजुर्ग धूप का आनंद ले रहे थे इन्ही के बीच जब हमारे रिपोर्टर ने एक बुजुर्ग से बात की तो उसने बताया कि गाँव मे कुन्ना पिता महादेव नाम का कोई व्यक्ति इस गाँव मे नही है और न ही रहता है। इसी तरह से जब ईटीवी भारत की टीम कुकर्रामठ लैम्पस पहुँची तो वहाँ के लैम्पस प्रभारी नारायण सिंह ठाकुर से मुलाकात की। जिन नामो को लेकर ग्रामीण ने शिकायत की थी उन नामो के बारे में जब हमने जानकारी ली तो पता चला की कुन्ना पिता महादेव की जानकारी दूसरी फ़ाइल में हो सकती है जो मौका में ऑफिस में नही मिली वही सावित्री पति प्रीतम के नाम शासकीय दस्तावेज में पाए गए जिनके नाम पर नकद लगभग 15 हजार किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये ऋण दिए गए थे वर्ष 2009_ 10 में ।

वि ओ 03 _ वही ग्रामीण लोक सिंह दुर्वासा द्वारा की गई शिकायत पर हमने जिला के सहकारी बैंक के प्रबंधक जी पी झारिया से बात की तो उनका कहना था कि शिकायत अगर आती है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी। वैसे भी बैंक प्रबंधक झारिया का कहना था कि इसके पहले मोहतरा गाँव की शिकायत आई है जिसमे किसानों ने कर्ज लिया ही नही और उनका नाम मोहतरा सहकारी बैंक में माफी का चस्पा कर दिया गया है।शिकायत पर कलेक्टर के निर्देश पर जांच कमेटी बनाई गई है जो ऐसे शिकायत पर जांच कर रही है।


Conclusion:बाइट 01 लोक सिंह दुर्वासा,शिकायतकर्ता ग्रामीण
बाइट 02 ग्रामीण,किवटी
बाइट 03 नारायण सिंह _ लैम्पस प्रभारी कुकर्रामठ
बाइट 04 जीपी झारिया,प्रबंधक जिला सहकारी बैंक डिंडौरी
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