डिंडौरी। आदिवासी जिला डिंडौरी भले ही ओडीएफ की कगार पर हो लेकिन शौचालय निर्माण में व्याप्त भ्रष्टाचार दूसरी तरफ ही इशारा कर रहा है. जिले के अमरपुर जनपद क्षेत्र के किसलपुरी गांव में निर्माण कार्यो की जांच को लेकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शिकायत की है. शिकायत में ग्रामीणों ने ग्राम के सरपंच और सचिव पर मिलीभगत कर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए है. वहीं बात गांव में शौचालय निर्माण की हो, मुक्तिधाम टीन शेड की या फिर पौधारोपण की हो, इन आरोपो से सरपंच खुद को पाकसाफ बता रहा है.
जर्जर हो चुके गांव के अधिकांश शौचालय
साल 2016 में ग्राम किसलपुरी के वनवासी टोला में हुए शौचालयों के निर्माण में सरपंच सचिव ने किस तरह से गुणवत्ता का ख्याल रखा है, इसका जीता जागता नमूना वनवासी टोला में देखने को मिला है. जहां जर्जर हो चुके अधिकांश शौचालयों में गांव की महिलाएं घर के दूसरे समान रख कर शौच के लिए बाहर जा रही हैं, वही पुरुष भी बाहर जाने को मजबूर है.
ग्रामीणों में खासा आक्रोश
गांव में लगभग 3 लाख रुपए की लागत से पौधरोपण किया गया, लेकिन मौके पर जाकर देखा गया तो एक भी पौधा नही दिखाई दिया. वही डेढ़ लाख रुपए से गांव के मुक्तिधाम में बने टीन शेड में भी कमीशनखोरी जमकर की गई है. शव लेकर आने-जाने के लिए सड़क तक नही बनाई गई, जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.