डिंडोरी। स्थानीय कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम की वजह से डेढ़ सौ बच्चों का जीवन जोखिम में पड़ गया था, राहत की बात है कि बच्चों को कुछ हुआ नहीं और वे सुरक्षित हैं. दरअसल जब नर्मदा में तेज उफान था, उसी दौरान कांग्रेस विधायक ने बच्चों को पैदल पुल पार करवा दिया, जबकि स्थानीय अधिकारी पुल को बंद कर चुके थे. ओमकार मरकाम के दबाव की वजह से बच्चों को पुल पार करने के लिए छोड़ दिया गया और इसके ठीक 10 मिनट बाद ही पुल पानी में डूब गया.
विधायक ने बच्चों को जबरन पार कराया पुल: मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में तीन अगस्त को नर्मदा नदी में बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिला मुख्यालय स्थित नर्मदा तट पर बने बड़े-बड़े मंदिर व घाट पूरी तरह डूब गए हैं और बाढ़ का पानी पुल के बराबर पहुंच गया है. यही कारण है कि जिला प्रशासन के द्वारा पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन को बंद कर दिया गया है, लेकिन डिंडोरी विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम बाढ़ का जायजा लेने पुल के पास पहुंचे और बाढ़ उतरने का इंतजार कर रहे स्कूली छात्रों को पुल पार कराने की जिद अधिकारियों से करने लगे. हालांकि इस दौरान अधिकारियों के मना करने के बाद भी विधायक बैरिकेडिंग तोड़कर स्कूली छात्रों को पुल पार करवा देते हैं.
छात्रों को पुल पार करवाना खतरनाक साबित हो सकता था: वीडियो में आप देख सकते हैं जब स्कूली छात्र दौड़ते हुए पुल को पार कर रहे होते हैं, उस वक्त नर्मदा नदी में बाढ़ का पानी पुल के ऊपर छलक रहा होता है, लेकिन विधायक ने सुर्खियां बटोरने के चक्कर में करीब 150 स्कूली छात्रों का जीवन दांव पर लगा दिया. जानकारी के मुताबिक स्कूली छात्रों के पुल पार करने के करीब आधे घंटे बाद पुल बाढ़ में डूब गया था, होमगार्ड के कमाडेंट ललित उद्दे ने बताया कि "बाढ़ को देखते हुए जब मैंने पुल पर बैरिकेडिंग करके आवाजाही बंद की थी, तभी विधायक ओमकार मरकाम स्कूली छात्रों को पुल पार कराने की जिद करने लगे. हमारे मना करने के बाद भी विधायक ने जबरन स्कूली छात्रों को पुल पार करवा दिया. स्कूली छात्रों को पुल पार करवाना खतरनाक साबित हो सकता था, जिसका ध्यान जनप्रतिनिधियों को हमेशा रखना चाहिए."
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क्या है कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम का कहना: वहीं मामले पर कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम का कहना है कि "स्कूली छात्रों को पुल पार करवाने से पहले मैंने मौसम वैज्ञानिक से बात की थी, जिन्होंने बताया था कि 15 से 20 मिनट तक बाढ़ पुल के ऊपर नहीं आएगा, इतने में मैंने बच्चों को पुल पार करवा दिया था."