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गर्मी से बेहाल शिव'राज' में बना बांध, बूंद-बूंद पानी को मोहताज, कैसे बुझाये अवाम की प्यास?

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Published : Jun 11, 2019, 5:48 PM IST

डिंडौरी के अमरपुरा विकासखंड में करोड़ों की लगात से बने बांध का निर्माण घटिया तरीके से किया गया है. जिसके चलते डैम गर्मी में पूरी तरह सूख जाता है और स्थानीय लोगों को पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है. मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.

अमरपुरा डेम के घटिया निर्माण से परेशान हो रहे लोग

डिंडौरी। आदिवासी अंचल के डिंडौरी जिले में जल संकट से निजात पाने के लिए अमरपुरा विकासखंड में एक विशाल जलाशय का निर्माण किया गया था, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से ये जलाशय खुद प्यास से व्याकुल है. तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा बनवाया गया ये बांध गर्मी में पूरी तरह सूख जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. जनजातीय कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच कराएंगे.

डिंडौरी जिले के अमरपुरा डेम के घटिया निर्माण से परेशान हो रहे स्थानीय लोग

2007-08 के बीच करोड़ो रुपए की लागत से बने इस डैम से स्थानीय ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि आने वाले समय में उनके क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से डैम में पानी रुकता ही नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि डैम के गेट का निर्माण ठीक से नहीं किया गया है. जिससे सारा पानी बह जाता है. बारिश में भी बांध में पानी नहीं रुकता, जबकि गर्मी में ये पूरी तरह सूख जाता है.

इस बांध से अमरपुरा विकास खंड के तीन गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की योजना थी. ग्रामीणों का कहना है कि जब डैम में पानी ही नहीं ठहरता तो फिर सिंचाई कैसे की जाएगी. किसानों ने सरकार से मांग की है कि इस बार बारिश से पहले ही जलाशय के गेट ठीक कराया जाये, ताकि पानी बांध में रोका जा सके.

इस मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि ये गंभीर विषय है. पिछली सरकार में इस तरह की गड़बड़ियां हुई हैं, जिसका प्रमाण किसानों के पास है. उन्हें पानी नहीं मिल रहा है, इसकी जांच कराई जाएगी ताकि पता चल सके कि आखिर क्यों इस तरह की गड़बड़ी की गई है.

डिंडौरी। आदिवासी अंचल के डिंडौरी जिले में जल संकट से निजात पाने के लिए अमरपुरा विकासखंड में एक विशाल जलाशय का निर्माण किया गया था, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से ये जलाशय खुद प्यास से व्याकुल है. तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा बनवाया गया ये बांध गर्मी में पूरी तरह सूख जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. जनजातीय कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच कराएंगे.

डिंडौरी जिले के अमरपुरा डेम के घटिया निर्माण से परेशान हो रहे स्थानीय लोग

2007-08 के बीच करोड़ो रुपए की लागत से बने इस डैम से स्थानीय ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि आने वाले समय में उनके क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से डैम में पानी रुकता ही नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि डैम के गेट का निर्माण ठीक से नहीं किया गया है. जिससे सारा पानी बह जाता है. बारिश में भी बांध में पानी नहीं रुकता, जबकि गर्मी में ये पूरी तरह सूख जाता है.

इस बांध से अमरपुरा विकास खंड के तीन गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की योजना थी. ग्रामीणों का कहना है कि जब डैम में पानी ही नहीं ठहरता तो फिर सिंचाई कैसे की जाएगी. किसानों ने सरकार से मांग की है कि इस बार बारिश से पहले ही जलाशय के गेट ठीक कराया जाये, ताकि पानी बांध में रोका जा सके.

इस मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि ये गंभीर विषय है. पिछली सरकार में इस तरह की गड़बड़ियां हुई हैं, जिसका प्रमाण किसानों के पास है. उन्हें पानी नहीं मिल रहा है, इसकी जांच कराई जाएगी ताकि पता चल सके कि आखिर क्यों इस तरह की गड़बड़ी की गई है.

Intro:एंकर _ करोड़ो की लागत से बने डेम से क्षेत्र के ग्रामीणों को यही उम्मीद थी कि आने वाले समय मे उनके क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी।तो वही गर्मी के दिनों में गहराते जलसंकट से भी छुटकारा मिलेगी। लेकिन हैरत की बात है कि भाजपा शासन में बने इस डेम से न तो किसानों के खेतों तक पानी पहुँचा और न ही ग्रामीणों की बुझी प्यास।आलम यह है कि गर्मी तो गर्मी बारिश के दिनों में भी नही रुकता विशाल जलाशय में पानी।कारण जानने पर पता चला कि डेम में बनाये गए गेट में कुछ गड़बड़ी थी जिसे जलसंसाधन विभाग को बताने के बावजूद शुरुआत से अब तक सुधारा नही गया वही मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ने गड़बड़ी का पूरा दोष पूर्व की भाजपा शासन पर मढ दिया और जांच की बात कही है।


Body:वि ओ 01 दरसअल पूरा मामला डिंडौरी जिले के अमरपुर विकासखंड के ग्राम खरगहना पंचायत के भगनवारा का है।जहाँ करोड़ो की लागत से 12 एकड़ से ज्यादा के क्षेत्र में विशाल काय जलाशय का निर्माण जलसंसाधन विभाग के द्वारा वर्ष 2007 _ 08 में किया गया था। जलाशय के निर्माण यह सोच कर किया गया था कि 3 गाँव से ज्यादा क्षेत्र के किसानों को पानी आसानी से उपलब्ध कराया जा सके जिससे उन्हें अच्छी फसल मिले। क्षेत्र किसानों का आरोप है की भगनवारा गाँव,बसनिया गाँव एवं खरगहना गाँव के किसानों को जलसंसाधन विभाग की उदासीनता के चलते वर्ष 2007 से अब तक खेतो में पानी नही मिला। जलाशय के गेट में शुरुआत से ही गड़बड़ी थी जिसके चलते जलाशय बारिश में भरने के बावजूद ठंड और गर्मी के पहले ही बह जाता था।किसानों से शासन से मांग की है कि जलाशय का गेट सुधरवाया जाए जिससे किसानों को खेत के लिए पानी मिल सके।

वि ओ 2 _ वहीं इस पूरे मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि यह गंभीर विषय है पिछले शासनकाल में इस तरह की गड़बड़ियां हुई हैं और किसान इस बात का प्रमाण है कि उन्हें पानी नहीं मिल रहा है इसकी जांच कराई जाएगी ताकी पता चल सके कि आखिर क्यों इस तरह की गड़बड़ी पाई गई है।


Conclusion:बाइट 1 जेठू सिंह राजपूत, किसान
बाइट 2 लोकराम यादव,किसान
बाइट 3 ओमकार सिंह मरकाम,केबिनेट मंत्री मप्र
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