डिंडौरी। आदिवासी अंचल के डिंडौरी जिले में जल संकट से निजात पाने के लिए अमरपुरा विकासखंड में एक विशाल जलाशय का निर्माण किया गया था, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से ये जलाशय खुद प्यास से व्याकुल है. तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा बनवाया गया ये बांध गर्मी में पूरी तरह सूख जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. जनजातीय कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच कराएंगे.
2007-08 के बीच करोड़ो रुपए की लागत से बने इस डैम से स्थानीय ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि आने वाले समय में उनके क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी, लेकिन घटिया निर्माण कार्य की वजह से डैम में पानी रुकता ही नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि डैम के गेट का निर्माण ठीक से नहीं किया गया है. जिससे सारा पानी बह जाता है. बारिश में भी बांध में पानी नहीं रुकता, जबकि गर्मी में ये पूरी तरह सूख जाता है.
इस बांध से अमरपुरा विकास खंड के तीन गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने की योजना थी. ग्रामीणों का कहना है कि जब डैम में पानी ही नहीं ठहरता तो फिर सिंचाई कैसे की जाएगी. किसानों ने सरकार से मांग की है कि इस बार बारिश से पहले ही जलाशय के गेट ठीक कराया जाये, ताकि पानी बांध में रोका जा सके.
इस मामले में कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि ये गंभीर विषय है. पिछली सरकार में इस तरह की गड़बड़ियां हुई हैं, जिसका प्रमाण किसानों के पास है. उन्हें पानी नहीं मिल रहा है, इसकी जांच कराई जाएगी ताकि पता चल सके कि आखिर क्यों इस तरह की गड़बड़ी की गई है.