डिंडौरी। जिले का जनपद पंचायत शहपुरा अपने कारनामों को लेकर हमेशा चर्चा में बना रहता है. यहां जनपद पंचायत शहपुरा के अध्यक्ष थानी सिंह धुर्वे ने अपने ही कार्यालय के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जनपद पंचायत शहपुरा का कार्यालय भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है. यहां बिना वाहन और बिना काम किए ही ठेकेदारों का बिल लग जाता है और अधिकारी-कर्मचारी उसका भुगतान भी कर देते हैं.
यानी सिंह धुर्वे का कहना है कि पंचायत में सीईओ, एसडीओ, उपयंत्री , सरपंच और सचिवों की मिलीभगत से जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. ग्राम पंचायतों में मजदूरों से काम कराया जाता है और भुगतान कॉट्रेक्टरों को फर्जी तरीके से कर दिया जाता है. वही GST, टिन नंबर बंद होने के बावजूद भी ठेकेदारों का भुगतान कर दिया जाता है.
उन्होनें बताया कि ग्रेवल रोड निर्माण में जहां तीन कोट काम होना चाहिए वहां एक कोट काम कराकर ही उपयंत्रियों ने अपने ठेकेदारों को उसका भुगतान भी कर दिया है. इसमें लगभग 10 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है. स्टॉप डैम निर्माण कार्यों में भी भारी भ्रष्टाचार की बात सामने आई है.
अध्यक्ष थानी सिंह धुर्वे ने बताया कि वे इस तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ 2016 से जिले के अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करा रहे हैं, लेकिन आज तक इसकी जांच और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस पर उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द भ्रष्टाचार के इन मामलों पर जांच हो और दोषियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए.