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पेयजल की समस्या से जूझ रहा डिंडौरी, मंत्री ने पीएम मोदी को ठहराया जिम्मेदार - water scarcity in dindori

आदिवासी नेता और कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह ने डिंडौरी जिले में पेयजल संकट से जूझ रहे आदिवासियों का जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठहराया हैं.

कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह ने जलसंकट का जिम्मेदार पीएम को बताया
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Published : Jun 18, 2019, 1:01 PM IST


डिंडौरी। भीषण गर्मी के चलते पूरे प्रदेश में जल संकट से हाहाकार मचा हुआ है.आदिवासी जिला डिंडौरी में भी लोगों को जलसंकट समस्या से जूझना पड़ रहा है. पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों को देखते हुए जब आदिवासी नेता और कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से सवाल किया गया तो उन्होंने इस समस्या के लिए पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया.

कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह ने जलसंकट का जिम्मेदार पीएम को बताया

पीएम मोदी पर फोड़ा ठीकरा
मंत्री ओमकार सिंह का आरोप है कि देश मे जब यूपीए की सरकार थी तो जिले के लिए खासा बजट आता था. 5 हजार 400 करोड़ की राशि ग्रामीण पेयजल योजना मिशन के लिए आती थी, लेकिन जब से मोदी सरकार बनी है तब से ये राशि 1हजार 900 करोड़ में सीमित कर दी गयी.

विधानसभा से मिले आंकड़ो के मुताबिक
आंकड़ों के तहत मंत्री ओमकार सिंह ने खुलासा करते हुए कहा, कि पानी की समस्या से जूझ रहे डिंडौरी जिले में ये जल संकट के हालात अभी बने है. इन हालातों के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं. 2013-14 में देश में बनीं मोदी सरकार ने पहला बजट आते ही पेयजल राशि घटाकर कम कर दी. जिसकी वजह से ये हालात बने है .

उन्होंने कहा कि डिंडौरी जिले के लिए बीआरजीएफ योजना के तहत 19 करोड़ प्रतिवर्ष मिलता था, जिसमे आंगनवाड़ी का निर्माण, पंचायत भवन का निर्माण और पेयजल व्यवस्था का निर्माण ये सब चीजे इस योजना के तहत आती है,लेकिन इसे भी मोदी सरकार ने बंद कर दिया.

वहीं आईएपी योजना (इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान) के तहत वर्ष 2011-12 में 30 करोड़ प्रति वर्ष आता था. जिसमे मुख्यालय से लेकर जंगल तक के रहने वाले ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था करते थे. उसे भी मोदी जी ने बंद कर दिया था. ओमकार सिंह ने कहा कि अब प्रदेश में कमलनाथ सरकार है जो पेयजल संकट की समस्या का हल निकालने की कोशिश करेगी.


डिंडौरी। भीषण गर्मी के चलते पूरे प्रदेश में जल संकट से हाहाकार मचा हुआ है.आदिवासी जिला डिंडौरी में भी लोगों को जलसंकट समस्या से जूझना पड़ रहा है. पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों को देखते हुए जब आदिवासी नेता और कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से सवाल किया गया तो उन्होंने इस समस्या के लिए पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया.

कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह ने जलसंकट का जिम्मेदार पीएम को बताया

पीएम मोदी पर फोड़ा ठीकरा
मंत्री ओमकार सिंह का आरोप है कि देश मे जब यूपीए की सरकार थी तो जिले के लिए खासा बजट आता था. 5 हजार 400 करोड़ की राशि ग्रामीण पेयजल योजना मिशन के लिए आती थी, लेकिन जब से मोदी सरकार बनी है तब से ये राशि 1हजार 900 करोड़ में सीमित कर दी गयी.

विधानसभा से मिले आंकड़ो के मुताबिक
आंकड़ों के तहत मंत्री ओमकार सिंह ने खुलासा करते हुए कहा, कि पानी की समस्या से जूझ रहे डिंडौरी जिले में ये जल संकट के हालात अभी बने है. इन हालातों के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं. 2013-14 में देश में बनीं मोदी सरकार ने पहला बजट आते ही पेयजल राशि घटाकर कम कर दी. जिसकी वजह से ये हालात बने है .

उन्होंने कहा कि डिंडौरी जिले के लिए बीआरजीएफ योजना के तहत 19 करोड़ प्रतिवर्ष मिलता था, जिसमे आंगनवाड़ी का निर्माण, पंचायत भवन का निर्माण और पेयजल व्यवस्था का निर्माण ये सब चीजे इस योजना के तहत आती है,लेकिन इसे भी मोदी सरकार ने बंद कर दिया.

वहीं आईएपी योजना (इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान) के तहत वर्ष 2011-12 में 30 करोड़ प्रति वर्ष आता था. जिसमे मुख्यालय से लेकर जंगल तक के रहने वाले ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था करते थे. उसे भी मोदी जी ने बंद कर दिया था. ओमकार सिंह ने कहा कि अब प्रदेश में कमलनाथ सरकार है जो पेयजल संकट की समस्या का हल निकालने की कोशिश करेगी.

Intro:एंकर _ देश मे पड़ी इस बार की भीषण गर्मी ने शायद सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए होंगे। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिला जो गर्मी के दिनों में भी बीते 5 से 10 सालों पहले ठंडा जिला हुआ करता था लेकिन इस बार की गर्मी ने जिले के कंठ को सूखा कर दिया है।हालात ऐसे थे कि आम से लेकर खास और पशु से लेकर पक्षी तक प्यास बुझाने जद्दोजेहद करते दिखाई दिए। शहर तो शहर ग्रामीण अंचलों में रहने वाले जंगल वासी भी इस बार पानी की तलाश में भटकते दिखाई दिए। जिले में इस बार पड़े जलसंकट के मामले जब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से सवाल किया गया तो उन्होंने इसका सारा ठीकरा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फोड़ दिया और बताई यह वजह !


Body:वि ओ 01 प्रदेश सरकार के कद्दावर आदिवासी नेता और कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने डिंडौरी जिले में बने जल संकट के हालात को लेकर इसका सीधा दोष नरेंद्र मोदी पर डाला है । मंत्री ओमकार सिंह का आरोप है कि देश मे जब पूर्व में यूपीए की सरकार थी तो जिले के लिए खासा बजट आता था।बात अगर वर्ष 2012_13 की करे तो यूपीए की कांग्रेस सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मध्यप्रदेश के लिए 5 हजार 400 करोड़ की राशि ग्रामीण पेयजल योजना मिशन के लिए देते थे।वही मध्यप्रदेश को वर्ष 2013_14 में ये राशि आई थी जैसे ही देश मे मोदी सरकार बनी तो तो पहला बजट आते ही यह राशि घटाकर वर्ष 2015_16 में 1 हजार 9 सो करोड़ में सीमित कर दिया।ये सभी बातें विधानसभा से मिले रिकॉर्ड के अनुसार मंत्री ने बताई।

आंकड़ो के तहत किया खुलासा _ मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने मीडिया में दिए बयान में बताया की ये हालात अभी के नही बने ये हालात के जिम्मेदार नरेंद्र मोदी है । डिंडौरी जिले के लिए बीआरजीएफ योजना के तहत 19 करोड़ प्रत्येक वर्ष मिलता था जिले को जिसे मोदी जी ने बंद कर दिया।वही आईएपी योजना के तहत वर्ष 2011_ 12 में 30 करोड़ प्रति वर्ष आता था जिसमे मुख्यालय से लेकर जंगल तक के रहने वाले ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था करते थे।उसे भी मोदी जी ने बंद कर दिया था। अब प्रदेश में कमलनाथ जी की सरकार है उनसे ही आशीर्वाद से पेयजल संकट से निपटने की कोशिश की जाएगी।


Conclusion:बाइट 01 ओमकार सिंह मरकाम,मप्र केबिनेट मंत्री
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