ETV Bharat / state

एड्स पीड़ित महिला को नौकरी से निकाला, महिला ने सरकार से लगाई मदद की गुहार - HIV affected family

डिंडौरी जिले में एचआईवी पीड़ित महिला लगभग 8 साल से हॉस्टल में रसोईया का काम कर रही थी, अचानक हॉस्टल में सरकारी कर्मचारी आने से महिला को काम से निकाल दिया गया. अब एचआईवी पीड़िता महिला परेशान हैं.

एड्स पीड़ित महिला ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
author img

By

Published : Aug 3, 2019, 5:38 PM IST

डिंडौरी। एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं. डिंडौरी जिले के बजाग जनपद में एक ऐसा परिवार है जो एड्स की बीमारी से जूझ रहा है. घर के मुखिया की एड्स के चलते पहले ही मौत हो चुकी है. एचआईवी पीड़ित महिला सहित दोनों बेटियों को भी एड्स है. महिला आदिवासी जनजाति विभाग के हॉस्टल में पार्ट टाइम नौकरी कर रही थी जिसे अब नौकरी से निकाल दिया गया है. ऐसे में अब महिला अपना और घर का भरण-पोषण नहीं कर पा रही है.

एचआईवी पीड़ित महिला लगभग 8 साल से हॉस्टल में रसोईया का काम कर रही थी जिससे उसके परिवार का भरण पोषण और एचआईवी बीमारी का इलाज चलता था. लेकिन अचानक हॉस्टल में सरकारी कर्मचारी आने से महिला को काम से निकाल दिया गया. अब एचआईवी पीड़िता महिला परेशान हैं. एचआईवी पीड़ित महिला की दो बेटियां हैं और वो दोनों भी एचआईवी पीड़ित हैं.

एड्स पीड़ित महिला ने सरकार से लगाई मदद की गुहार

एचआईवी पीड़ित महिला का कहना है कि उनके पास जो भी जमीन जायदाद और पैसे थे उससे वो अपने पति और दो बच्चों का इलाज करा चुकी है. अब उसके पास कुछ नहीं बचा है जिससे वो बाकी बचे परिवार को पालन-पोषण कर सके. पीड़ित परिवार सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है, जिसके उनका भरण-पोषण हो सके और वे इलाज भी करा सके.

इस मामले में डिंडौरी जिले की महिला बाल विकास विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर यूवी तेकाम का कहना है कि मीडिया के माध्यम से जानकारी मिल रही है. इस मामले में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ले कर पीड़ित परिवार की यथासंभव मदद की जायेगी.

डिंडौरी। एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं. डिंडौरी जिले के बजाग जनपद में एक ऐसा परिवार है जो एड्स की बीमारी से जूझ रहा है. घर के मुखिया की एड्स के चलते पहले ही मौत हो चुकी है. एचआईवी पीड़ित महिला सहित दोनों बेटियों को भी एड्स है. महिला आदिवासी जनजाति विभाग के हॉस्टल में पार्ट टाइम नौकरी कर रही थी जिसे अब नौकरी से निकाल दिया गया है. ऐसे में अब महिला अपना और घर का भरण-पोषण नहीं कर पा रही है.

एचआईवी पीड़ित महिला लगभग 8 साल से हॉस्टल में रसोईया का काम कर रही थी जिससे उसके परिवार का भरण पोषण और एचआईवी बीमारी का इलाज चलता था. लेकिन अचानक हॉस्टल में सरकारी कर्मचारी आने से महिला को काम से निकाल दिया गया. अब एचआईवी पीड़िता महिला परेशान हैं. एचआईवी पीड़ित महिला की दो बेटियां हैं और वो दोनों भी एचआईवी पीड़ित हैं.

एड्स पीड़ित महिला ने सरकार से लगाई मदद की गुहार

एचआईवी पीड़ित महिला का कहना है कि उनके पास जो भी जमीन जायदाद और पैसे थे उससे वो अपने पति और दो बच्चों का इलाज करा चुकी है. अब उसके पास कुछ नहीं बचा है जिससे वो बाकी बचे परिवार को पालन-पोषण कर सके. पीड़ित परिवार सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है, जिसके उनका भरण-पोषण हो सके और वे इलाज भी करा सके.

इस मामले में डिंडौरी जिले की महिला बाल विकास विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर यूवी तेकाम का कहना है कि मीडिया के माध्यम से जानकारी मिल रही है. इस मामले में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ले कर पीड़ित परिवार की यथासंभव मदद की जायेगी.

Intro: एंकर- डिंडौरी जिले के बजाग जनपद मुख्यालय अंतर्गत एक आदिवासी जनजाति विभाग के हॉस्टल में अंशकालीन भृत्य पद पर काम करने वाली एचआईवी पीड़िता महिला को नौकरी से निकाल दिया गया जिसके चलते महिला और उसका परिवार सदमे में है ।पीड़ित परिवार सरकार से मदद मांग की गुहार लगा रहा है ।मदद न मिलने से यह परिवार कोई गलत कदम उठा सकता है।

Body:वि ओ 01 आपको बता दें कि एचआईवी पीड़िता महिला लगभग 8 साल से हॉस्टल में रसोईया का काम कर रही थी जिससे उसके परिवार का भरण पोषण और एचआईवी बीमारी का इलाज चलता था लेकिन अचानक हॉस्टल में सरकारी कर्मचारी आ गया जिसके चलते महिला को काम से निकाल दिया गया अब एचआईवी पीड़िता महिला रो रो के परेशान हैं एचआईवी पीड़ित महिला की दो बेटियां हैं बेटियां भी एचआईवी पीड़ित हैं एचआईवी पीड़ित महिला ने सरकार से पुनः नौकरी की गुहार लगा रही है नौकरी नहीं मिलने पर सरकार से जहर मांग रही है ।

आपको बता दे कि इस परिवार के पास अब पास में कुछ नही बचा जो जमीन जायदाद थी वह महिला के पति के इलाज में खर्च हो गई।पीड़ित महिला और उसकी दोनो बच्चियों का रो रो कर बुरा हाल है।सिसक सिसक कर पीढित महिला अपने अंदर बीती परेशानियों को जाहिर करते रो रही है।

वही मामले में डिंडौरी जिले की महिला बाल विकास विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर यू वी तेकाम का कहना है कि मीडिया के माध्यम से जानकारी मिल रही है।इस मामले में अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन ले कर पीढित परिवार की यथासंभव मदद की जायेगी।Conclusion:बाइट 01 एड्स पीड़ित महिला
बाइट 02 एड्स पीड़ित बच्ची
बाइट 03 यू वी तेकाम,असिस्टेंट डायरेक्टर ICDS डिंडौरी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.