डिंडौरी। जिले की दीवारी रेत खदान में लगातार मशीनों के प्रयोग किये जाने की शिकायत के प्राप्त होने के चलते सोमवार के दिन राजस्व ,पुलिस और खनिज विभाग के द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए मौके पर बीच नदी से एक जेसीबी और पोकलेन मशीन पर जब्ती की कार्रवाई की गई. ग्रामीणों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान प्रभारी खनिज निरीक्षक उज्जवल पटले, अमरपुर चौकी प्रभारी संजय सोनवानी,और राजस्व पटवारी मौजदू रहीं.
नियमों को ताक पर रखकर रेत संचालन
कार्रवाई के दौरान यह भी देखा गया कि ठेकेदार द्वारा खदान का सीमांकन अभी तक नहीं कराया गया और न ही कहीं भी जीपीएस सिस्टम नजर आया. इसके अलावा खदान के आसपास शौचालय भी नहीं बनाए गए. मतलब साफ है ठेकेदार द्वारा स्वच्छ्ता अभियान को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है. सूत्रों की माने तो ठेकेदार द्वारा खदान संचालन में जमकर मनमानी की जा रही है और दो दिन पहले ही कमको मोहनिया खदान से दो डम्फर मण्डला जिले के वनकर्मियों द्वारा जब्त किए जाने की जानकारी भी सामने आ रही है.
पुलिस बैरिगेट्स लगाए गए
ठेकेदार द्वारा भानपुर में मुख्य मार्ग पर पुलिस बैरिगेट्स का दुरुपयोग भी सामने आया और निजी स्वार्थ के चलते बैरिगेट के पास ही नाके का निर्माण कर लिया गया, जिसका उपयोग ठेकेदार के गुर्गे खनिज संपदा के वाहनों की चेकिंग के लिए करते हैं लेकिन ठेकेदार की इस हरकत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
आमजन की कमर तोड़ रही बढ़ाई गई रॉयल्टी दर
जानकारों के मुताबिक पुराने ठेकेदार द्वारा एक खदान होने के बावजूद प्रति डम्फर रॉयल्टी की वसूली 5 हजार से 6 हजार के आसपास वसूली जाती थी, लेकिन जब से नया ठेका हुआ है तब से ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी दर बढ़ाकर प्रति डम्पर 12 हजार रुपये कर दी गई है. जबकि नए ठेकेदार के पास जिले की सारी खदानें हैं. ऐसी स्थिति में रॉयल्टी दर बढ़ने के साथ ही प्रति डम्फर की कीमत 20 से 22 हजार रुपये जा पहुंची है. अब इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है.