डिंडौरी। मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों से राजस्थान कोटा में फंसे डिंडौरी जिले के 11 छात्र-छात्राओं को देर शाम वापस लाया गया. डिंडौरी के पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, देर शाम सभी को उनके परिजनों को सौंपा गया. इस दौरान सभी छात्र-छात्रा बेहद खुश दिखाई दिए और घर लौटने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद दिया.
देर शाम कोटा से डिंडौरी पहुंचे सभी बच्चों का जिला प्रशासन की निगरानी में स्क्रीनिंग करवाई गई और कोरोना वायरस से बचाव को लेकर किट दी गई. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने सभी छात्र-छात्राओं से कहा कि, 14 दिनों के लिए आप सभी को होम आइसोलेट होना पड़ेगा, जिससे इसका संक्रमण घर के अन्य लोगों तक न फैले. स्वास्थ्य विभाग ने समुचित जानकारी देने के बाद बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा.
भयावह थे कोटा के हालात
कोटा से डिंडौरी लौटी करंजिया निवासी छात्रा शिफा खान ने बताया कि, वहां के हालात दिन ब दिन बिगड़ रहे थे, हॉस्टल में खाने-पीने की दिक्कत होने लगी थी. खाना बनाने वाले भी बाहर से आते थे, जिनसे कोरोना फैलने का खतरा बना रहता था, लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश सरकार के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे छात्र-छात्राओं को वापस लाने का फैसला किया, तो उनके चेहरे में खुशी की लहर दौड़ गई.
भावुक हुआ छात्र
कोटा राजस्थान से डिंडौरी लौटे गोरखपुर निवासी अनीश कुमार दुबे ने बताया कि, वहां अब तक 144 लोग कोरोना वायरस के शिकार हो चुके हैं. जिसे सोच कर भी डर लगने लगा था, लेकिन डिंडौरी लौट कर बहुत अच्छा लग रहा है.
कोरोना योद्धा अनुराग और आशीष
डिंडौरी से स्वास्थ्य शिक्षा और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम कोटा के लिए रवाना हुई थी, जिनमें सब इंस्पेक्टर अनुराग जामदार और शिक्षक आशीष पांडे शामिल थे. दोनों ने बताया कि, सरकार के प्रयासों से सभी बच्चों को सुरक्षित वापस लाया गया, जिससे वे सभी खुश हैं.