धार/मांडू। world picnic day की शुरुआत 18 जून यानि आज ही के दिन फ्रांस से हुई थी. भारत में पिकनिक डे का उत्साह कोरोना गाइडलाइन के कारण फीका पड़ गया. भारत में भी ऐसे कई स्थान है जहां पर लोग पिकनिक मनाने के लिए जाते हैं, लेकिन कोरोना कर्फ्यू और कोरोना गाइडलाइन के कारण नहीं जा पा रहे है. मध्य प्रदेश में 16 जून से पर्यटन स्थल खुलने के बाद धार जिले में स्थित विश्व पर्यटन स्थल Mandu में भी दूरदराज से लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंच रहे है. जल्द ही मांडू में डायनासोर पार्क भी बनेगा, हालांकि कोरोना के डर और कोरोना गाइडलाइन के कारण कम संख्या में लोग पहुंच रहे है.
- देश-दुनिया से आते है पर्यटक
city of joy यानी कि देश का ऐतिहासिक शहर Mandu विख्यात पिकनिक स्पॉट के रूप में अपना स्थान बना चुका है. यहां पर देश और दुनिया के लोग अपने परिवार के साथ पहुंचकर प्राकृतिक वादियों और स्थानीय व्यंजनों का लुफ्त उठाते हैं, जिससे उनकी पिकनिक यादगार बन जाती है. धार जिले के मांडू में पुरातत्व विभाग के अधीन 60 से अधिक इमारत है.
- विश्व पिकनिक डे पर पहुंचे अधिक पर्यटक
कोरोना की दूसरी लहर के बाद मानों वीरान हुए मांडू में फिर से 16 जून के बाद से चहल-पहल देखने को मिल रही है. पुरातत्व विभाग के आदेश के बाद 16 जून से मांडू की ऐतिहासिक इमारतों को सैलानियों के लिए फिर से खोल दिया गया. जिसके बाद से ही रोजाना सैकड़ों की संख्या में सैलानी मांडू पहुंच रहे हैं. 18 जून यानि कि विश्व पिकनिक डे के मौके पर भी अधिक संख्या में पर्यटन पहुंच रहे है. मांडू में ऐसे कई पिकनिक स्पॉट है जो सैलानियों को बहुत पसंद आते हैं. मनोरम दृश्य के बीच और प्राकृतिक वादियों में सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. मांडू के काकड़ा खो, फॉसिल पार्क, तारापुर गेट, लोहानी गुफा, सोनगढ़ का किला ऐसे स्थान है जहां पर पर्यटक पिकनिक मनाते हैं.
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- डायनासोर पार्क का होगा निर्माण
मांडू के पास जिला प्रशासन फॉसिल पार्क का भी निर्माण करवा रहा है, जो मध्य प्रदेश का पहला डायनासोर पार्क होगा. प्रशासन जल्द ही आम पर्यटकों के लिए इस डायनासोर पार्क को खोल देगा. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां भी कर ली है.
- पर्यटकों को बहुत भाता है मांडू
परिवार के साथ मांडू घूमने पहुंचे पर्यटक देवेंद्र रावल ने कहा की ऐतिहासिक इमारतें और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए वह हर साल अपने परिवार के साथ यहां पर पहुंचते है. इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर के चलते घूमने का अवसर नहीं मिल पाया, लेकिन जैसे ही प्रशासन ने ऐतिहासिक शहर मांडू को खोला, हम यहां पर परिवार के साथ घूमने से स्वयं को रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मांडू की ऐतिहासिक इमारतों को देखा और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त उठाया.
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- मांडू खुलने का था लंबे समय से इंतजार
पर्यटक गिरीश गेरेना भी अपने परिवार के साथ मांडू पहुंचे. उन्होंने कहा कि यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. साथ ही उन्होंने कहा कि फॉसिल पार्क को देखकर मन आनंदित हो उठा. लोगों में बंजी जंपिंग को लेकर भी उत्साह है.