ETV Bharat / state

सरकारी नौकरी नहीं मिली तो फ्री में शिक्षा दे रही धार की बिटिया - chetna gavande

चेतना गवांदे धार जिले के सरकारी स्कूल में पिछले दो महीने से निशुल्क शिक्षा दे रही हैं.

फ्री में शिक्षा दे रही टीचर
author img

By

Published : Aug 22, 2019, 1:23 PM IST

Updated : Aug 22, 2019, 3:16 PM IST

धार| सरकारी स्कूल में मोटी तन्खा लेकर शिक्षकों को अक्सर क्लास से नदारद रहते देखा है, हड़ताल करते देखा है, यहां तक की स्कूल में सोते हुए भी देखा है. लेकिन धार जिले के सरकारी स्कूल की तस्वीर कुछ और ही है. यहां पर एक ऐसी टीचर भी हैं, जो बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी सिखा रही हैं.

चेतना गवांदे ने अपनी पढ़ाई इंग्लिश लिट्रेचर से पूरी की है. जब उन्होंने नई गेस्ट फैकल्टी के लिए शासकीय प्राथमिक स्कूल में आवेदन दिया तो वो शासकीय नियमों में खरी नहीं उतर पाई. इसी वजह से चेतना ने निराश न होकर निशुल्क अंग्रेजी की शिक्षा देने का निर्णय लिया. अब चेतना पिछले दो माह से लगातार स्कूल में निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा दे रही हैं. वहीं बच्चे भी चेतना गवांदे से इंग्लिश पढ़ कर फराटेदार इंग्लिश बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं.

फ्री में शिक्षा दे रही धार की बिटिया

स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश कुमार सोनी की मानें तो चेतना गवांदे बच्चों को काफी बेहतर और अच्छी इंग्लिश पढ़ा रही हैं. बच्चों में भी इंग्लिश को लेकर काफी रूचि देखी जा रही है. चेतना बच्चों को पढ़ाने में काफी मेहनत करती हैं और वो पिछले दो महीने से एक भी छुट्टी लिए बिना स्कूल में लगातार बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा दे रही हैं.

चेतना की मानें तो सरकारी नौकरी नहीं मिली तो वो उससे निराश नहीं हुई. चेतना का ये मानना है कि शिक्षा एक ऐसा ज्ञान है जिसे बांटने से बढ़ता है. इसलिए वो अंग्रेजी की शिक्षा बच्चों को देकर अपनी अंग्रेजी शिक्षा के भंडार को बढ़ा रही हैं. निशुल्क सरकारी स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षा देने का चेतना गवांदे का जो निर्णय है अब उसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है और बच्चे भी चेतना गवांदे से अंग्रेजी की शिक्षा लेकर अपना उज्जवल भविष्य बना रहे हैं.

धार| सरकारी स्कूल में मोटी तन्खा लेकर शिक्षकों को अक्सर क्लास से नदारद रहते देखा है, हड़ताल करते देखा है, यहां तक की स्कूल में सोते हुए भी देखा है. लेकिन धार जिले के सरकारी स्कूल की तस्वीर कुछ और ही है. यहां पर एक ऐसी टीचर भी हैं, जो बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी सिखा रही हैं.

चेतना गवांदे ने अपनी पढ़ाई इंग्लिश लिट्रेचर से पूरी की है. जब उन्होंने नई गेस्ट फैकल्टी के लिए शासकीय प्राथमिक स्कूल में आवेदन दिया तो वो शासकीय नियमों में खरी नहीं उतर पाई. इसी वजह से चेतना ने निराश न होकर निशुल्क अंग्रेजी की शिक्षा देने का निर्णय लिया. अब चेतना पिछले दो माह से लगातार स्कूल में निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा दे रही हैं. वहीं बच्चे भी चेतना गवांदे से इंग्लिश पढ़ कर फराटेदार इंग्लिश बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं.

फ्री में शिक्षा दे रही धार की बिटिया

स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश कुमार सोनी की मानें तो चेतना गवांदे बच्चों को काफी बेहतर और अच्छी इंग्लिश पढ़ा रही हैं. बच्चों में भी इंग्लिश को लेकर काफी रूचि देखी जा रही है. चेतना बच्चों को पढ़ाने में काफी मेहनत करती हैं और वो पिछले दो महीने से एक भी छुट्टी लिए बिना स्कूल में लगातार बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा दे रही हैं.

चेतना की मानें तो सरकारी नौकरी नहीं मिली तो वो उससे निराश नहीं हुई. चेतना का ये मानना है कि शिक्षा एक ऐसा ज्ञान है जिसे बांटने से बढ़ता है. इसलिए वो अंग्रेजी की शिक्षा बच्चों को देकर अपनी अंग्रेजी शिक्षा के भंडार को बढ़ा रही हैं. निशुल्क सरकारी स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षा देने का चेतना गवांदे का जो निर्णय है अब उसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है और बच्चे भी चेतना गवांदे से अंग्रेजी की शिक्षा लेकर अपना उज्जवल भविष्य बना रहे हैं.

Intro:चेतना गवांदे निशुल्क दे रही है सरकारी स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षा, बच्चे चेतना गवांदे से शिक्षित होकर बोल रहे हैं फराटे दार इंग्लिश


Body:आपने सरकारी स्कूल में मोटी तंखा लेकर शिक्षकों के स्कूल से नदारद रहने, स्कूल में सोते हुए और हड़ताल करते हुए अक्सर खबरों के माध्यम से देखा और सुना होगा पर ,पर धार जिले में एक ऐसी शिक्षिका है जो निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा सरकारी स्कूल के बच्चों को दे रही है दरअसल हम बात कर रहे हैं धार जिले के धामनोद में स्थित रामपुरा शासकीय प्राथमिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल की यहां पर आज से लगभग 2 महीने पूर्व धामनोद की ही रहने वाले अंग्रेजी लिटरेचर में फर्स्ट डिवीजन पास आउट चेतना गवांदे नव गेस्ट फैकल्टी के तौर पर शिक्षा देने के लिए शासकीय प्राथमिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल रामपुरा में आवेदन किया था परंतु शासकीय नियमों में चेतना गवांदे खरी नहीं उतर पाई इसी की वजह से उसे गेस्ट फैकेल्टी की नौकरी रामपुरा अंग्रेजी प्राथमिक शासकीय विद्यालय में नहीं मिली ,इस बात से चेतना गवांदे निराश न होकर निशुल्क रामपुरा प्राथमिक शासकीय विद्यालय में अंग्रेजी की शिक्षा देने का निर्णय लिया, और अब वह पिछले 2 माह से लगातार इस स्कूल में निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा यहां पर आने वाले छोटे-छोटे बच्चों को दे रही है वही बच्चे भी चेतना गवांदे से इंग्लिश पढ़ कर फराटेदार इंग्लिश बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश कुमार सोनी की मानें तो चेतना गवांदे बच्चों को काफी बेहतर और अच्छी इंग्लिश पढ़ा रही है बच्चों में भी इंग्लिस को लेकर काफी रूचि देखी जा रही है, चेतना बच्चों को पढ़ाने में काफी मेहनत करती है चेतना ने पिछले 2 महीने से एक भी छुट्टी लिए बिना स्कूल में लगातार बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा दे रही है अब चेतना के निशुल्क अंग्रेजी की शिक्षा देने की चर्चा चारों तरफ हो रही है चेतना की मानें तो सरकारी नौकरी नहीं मिली तो वह उस से निराश नहीं हुई , सरकारी स्कूल के बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी शिक्षा देने वाली शिक्षिका चेतना गवांदे का यह मानना है कि शिक्षा एक ऐसा ज्ञान है जिसे बांटने से बढ़ता है,इसलिये वह अंग्रेजी की शिक्षा बच्चों को देखकर अपनी अंग्रेजी शिक्षा के भंडार को बढ़ा रही और ऐसा करने से मुझे बड़ी खुशी मिलती है यदि मेरे पढ़ाने से किसी भी बच्चे का भविष्य बनता है तो वह मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी कि बात होगी, वहीं निशुल्क सरकारी स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षा देने का चेतना गवांदे का जो निर्णय है अब उसकी चारों तरफ चर्चा और तारीफ हो रही है और बच्चे भी चेतना गवांदे से अंग्रेजी की शिक्षा लेकर अपना उज्जवल भविष्य बना रहे।


Conclusion:बाइट-01-चेतना गवांदे- निशुल्क अंग्रेजी के शिक्षा शासकीय स्कूल में देने वाली शिक्षिका

बाइट-02- सुमन-छात्रा

बाइट-03- दिनेश कुमार सोनी- प्राचार्य -शासकीय प्राथमिक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय रामपुरा-धामनोद
Last Updated : Aug 22, 2019, 3:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.