धार। पूरा देश जहां स्वच्छ भारत अभियान से स्वच्छता की ओर कदम बढ़ा रहा है. वहीं इस अभियान के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से जी चुरा रहे हैं. एक ओर प्रधानमंत्री खुद हाथ में झाडू उठा सफाई कर रहे हैं, तो सफाईकर्मी शायद ये सब देख अपनी जिम्मेदारी भूल गए हैं. मामला है धार के मनावर नगर परिषद का है. जहां नगरवासी सफाई के लिए शिकायत करते-करते थक गए हैं. पर नगर परिषद कर्मचारियों और अधिकारियों के कान में जू्ं अब तक नहीं रेंग रही है.
मनावर के गली-मोहल्लों में कचरे का अंबार लगा हुआ है. यहां न तो समय से नालियों की सफाई हो रही है और न ही सार्वजनिक शौचालयों की. समय से नालियों की सफाई न होने के कारण गंदा पानी रोड पर आ रहा है. जबकि खाली पड़े प्लाटों पर जलभराव की वजह से पानी बदबू मार रहा है. जिससे शहर में तेजी से मच्छर पनप रहे हैं. ऐसे में बामारियों का खतरा बड़ रहा है.
मनावर के स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदगी और कचरे के बारे में कई बार शिकायत की गई. फिर भी नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है. जब भी किसी बड़े नेता या अधिकारी द्वारा सफाईकर्मियों से किसी जगह की सफाई के लिए कहा जाता है. तो वे उतनी ही जगह की सफाई कर देते हैं.
मामले में जब नगर परिषद अधिकारी कैलाशचंद कर्मा से बात की गई तो उन्होंने स्वच्छ भारत स्वच्छ मनावर के अंतर्गत नगर में नियमित रूप से सफाई होने का दावा किया. लोगों की समस्याओं पर कहा कि यदि नगर में कहीं से भी शिकायत मिलती है तो उनका त्वरित निराकरण किया जाता है. 2 अक्टूबर के बाद प्रतिदिन सुबह नगर का भ्रमण कर नगर की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी.