धार। एनर्जी ड्रिंक के रूप में नींबू पानी को गर्मी के दिनों में खूब पिया जाता है, जिससे शरीर में पानी की कमी पूरी होती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होती है, लेकिन इस बार फैली कोरोना महामारी के कारण नींबू किसान का ही इम्यून सिस्टम फैल होता नजर आ रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से नींबू की बागवानी करने वाले किसान की उपज खटाई में पड़ गई है.
नींबू खेतों में ही पेड़ से नीचे गिर कर रहे हैं और सड़कर खराब हो रहे हैं. नींबू की उपज को लॉकडाउन की वजह से उसके खरीददार नहीं मिल रहे हैं, ना ही किसानों को नींबू खेतों से बीनने के लिए मजदूर. जिससे इस बार नींबू की उपज किसानों के दांत खट्टे कर रही है. जिस नींबू की उपज से किसान लाखों कमाते थे अब वही नींबू किसानों के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बन गये है. किसानों को आखिर कब राहत मिलेगी और कैसे किसान आर्थिक परेशानी से उभर पाएंगे ये तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन कोरोना वायरस से नींबू किसान खासे परेशान हैं.
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है नींबू
नींबू में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और मिनरल्स होते हैं, इसी वजह से गर्मी के दिनों में नींबू पानी पीने से लोगों को एनर्जी मिलती है और ये इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है. जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. नींबू में बड़ी मात्रा में विटामिन बी-6, विटामिन-ई होता हैं, जिससे ये पाचन तंत्र को मजबूत करता है साथ ही सौंदर्य को भी निखारता है. नींबू पानी में बायोफ्लेवोनॉयड और फाइटोन्यूट्रिएंट्स का बेहतर मिश्रण होता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
किसान परेसान, राहत कि आश
गर्मी के दिनों में एनर्जी देने वाला नींबू अब की बागवानी वाले करने वाले किसानों के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बन बैठा है. नींबू किसान अभिषेक पाटीदार ने बताया की उनके एक हजार नींबू पेड़ तैयार हैं लेकिन नींबू के खरीदार नहीं मिल रहे हैं ऐसे में फसल सड़ रही है अगर सरकार कुछ मदद करे और लॉकडाउन में रियायत मिले तो सायद घाटे से कुछ हद तक उबरा जा सकता है.