धार। खलघाट में हुए भीषण बस हादसे में राज्य शासन का दावा है कि 12 से ज्यादा बस में सवारी नहीं थी. घटनास्थल पर पहुंचे खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल कि मानें तो बस में जो सवारी बैठी थी. (Kamal Patel statement) वह सभी बस में ही पाई गई है. तत्काल राहत एवं बचाव के दौरान जितने शव पाए गए हैं उनमें से 10 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं. अन्य के शव परिजनों को सौंपने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा दुर्घटना के बाद शासन ने हर संभव मदद के प्रयास किए. एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (SDRF) की टीम द्वारा नर्मदा नदी में सर्चिंग अभियान जारी है.
बस हादसे को लेकर सरकार गंभीर: कमल पटेल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए दावा किया कि, घटना के बाद राहत कार्यों में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई. खरगोन और धार जिले के दोनों कलेक्टर मौके पर पहुंच गए थे. 5 मिनट में ही एंबुलेंस पहुंच गई थी. जो शव बरामद किए गए वह सब बस के अंदर ही पाए गए थे. कुल 12 शव बरामद हुए हैं. इस घटना में बस के ड्राइवर और कंडक्टर दोनों की मौत हो गई है. इसलिए जांच को लेकर सरकार गंभीर है. आगे इस तरह की लापरवहीं ना हो इसको लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत कार्यों के मामले में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है. (Maharashtra Road Transport Corporation) महाराष्ट्र और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों को भी उनके यहां के यात्रियों के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से सूचना भेजी गई थी. इसके बाद संबंधित यात्रियों का शव परिजनों को सौंपा जा रहा है.
सहायता राशि देने का ऐलान: हालांकि, कृषि मंत्री एवं खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खलघाट बस दुर्घटना को लेकर शाम को सोशल मीडिया पर अपडेट भी दिया था. उन्होंने लिखा था कि, ड्राइवर, कंडक्टर सहित 12 मृतकों के शव निकाले जा चुके हैं. मृतकों की पहचान में 7 लोग महाराष्ट्र, 4 लोग राजस्थान और 1 यात्री मध्यप्रदेश का है. मंत्री पटेल के मुताबिक सभी मृतकों के परिजन को 16 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. इसमें महाराष्ट्र सरकार के 10 लाख, मोदी सरकार के 2 लाख और मध्यप्रदेश सरकार के 4-4 लाख रुपये शामिल है.