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धार: एसएनसीयू वार्ड में भर्ती 4 नवजात शिशुओं की मौत, अधिकारियों में मचा हड़कंप

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Published : Jun 20, 2020, 3:46 AM IST

धार के जिला अस्पताल में एक दिन में एस.एन.सी.यू वार्ड में भर्ती चार नवजात शिशु की मौत होने से हड़कंप मच गया. जिसके बाद स्वास्थय विभाग और जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है.

4 new born baby died in District Hospital dhar
एसएनसीयू वार्ड में भर्ती 4 नवजात शिशुओं की मौत

धार। जिला अस्पताल से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती चार नवजात शिशुओं की मौत का मामला सामने आया है. एसएनसीयू वार्ड में सबसे पहले एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं करीब शाम को 7 बजे के करीब दो बच्चों की मौत हो गई और 8 बजने तक एक और नवजात बच्चे की मौत हो गई.

एक दिन में कुछ देर के अंतराल में बच्चों की मौत से इस मामलें ने तूल पकड़ा. नवजात शिशुओं के परिजनों ने एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ पर लापारवाही का आरोप लगाया है. 4 नवजात बच्चों की मौत के मामलें के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम और जिला प्रशासन हरकत में आया और जांच शुरु कर दी है.

जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में कुछ दिन पहले ही एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ को बदला गया था. वहीं इस मामलें में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ जेपी एस ठाकुर ने बताया कि चारों नवजात बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है. उन्होंने बताया कि एक बच्चे को जन्म से ही निमोनिया था, जिसके कारण उसकी मौत हुई, वहीं अन्य तीन बच्चों की कमजोरी और अन्य कारणों के चलते हुई है. बरहाल इस लापरवाही के बाद जिला अस्पताल की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

धार। जिला अस्पताल से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती चार नवजात शिशुओं की मौत का मामला सामने आया है. एसएनसीयू वार्ड में सबसे पहले एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं करीब शाम को 7 बजे के करीब दो बच्चों की मौत हो गई और 8 बजने तक एक और नवजात बच्चे की मौत हो गई.

एक दिन में कुछ देर के अंतराल में बच्चों की मौत से इस मामलें ने तूल पकड़ा. नवजात शिशुओं के परिजनों ने एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ पर लापारवाही का आरोप लगाया है. 4 नवजात बच्चों की मौत के मामलें के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम और जिला प्रशासन हरकत में आया और जांच शुरु कर दी है.

जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में कुछ दिन पहले ही एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ को बदला गया था. वहीं इस मामलें में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ जेपी एस ठाकुर ने बताया कि चारों नवजात बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है. उन्होंने बताया कि एक बच्चे को जन्म से ही निमोनिया था, जिसके कारण उसकी मौत हुई, वहीं अन्य तीन बच्चों की कमजोरी और अन्य कारणों के चलते हुई है. बरहाल इस लापरवाही के बाद जिला अस्पताल की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

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