देवास। शहर के मल्हार स्मृति मंदिर सभागार में चल रहे दो दिवसीय उस्ताद रजबअली खां-उस्ताद अमानत अली खां संगीत समारोह का गुरुवार को समापन हुआ. मुंबई के मिताली-तेजस की जुगलबंदी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
मिताली-तेजस की तबला और बांसुरी की जुगलबंदी को श्रोताओं ने करतल ध्वनि के साथ सराहा. इसके बाद कोलकता के गायक प्रभूति मुखर्जी ने गायन की प्रस्तुति दी. उन्होंने अपनी विशिष्ट गायिकी से श्रोताओं का दिल जीत लिया. उनके साथ हारमोनियम पर जितेन्द्र शर्मा और तबले पर मनोज पाटीदार ने संगत की. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रोतागण मौजूद रहे.
उस्ताद रजब अली खां, अमानत अली खां संगीत समारोह में पहुंचे कलाकार प्रभूति मुखर्जी और मिताली-तेजस विंचुरकर संगीत की दुनिया में ख्यात नाम हैं. तेजस विंचुरकर का जन्म ऐसे घर में हुआ, जिसे हम संगीत का आध्यात्मिक घर कह सकते हैं. सारेगामा, इंडियन आइडल और संगीत के शो का जाना-माना चेहरा है. तेजस बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं और संगीत के सभी शैलियों में अच्छा दखल रखते हैं.
मिताली विंचुरकर तबला वादन में अपने परिवार की पांचवी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं. सभी घरानों का प्रतिबिंब इनकी वादन शैली की विशेषता है. उन्होंने अनेक महान कलाकारों के साथ काम किया है. मिताली इंदौर के शासकीय संगीत महाविद्यालय में तबले की प्रशिक्षक भी रही है. गायक कलाकार प्रभूति मुखर्जी भारतीय शास्त्रीय संगीत पटल पर एक सुप्रसिद्ध गायक हैं. प्रज्ञा संगीत अवॉर्ड, गीतोश्री, सुरोश्री, माइकल मधुसूदन अवार्ड, संगीत शिरोमणि अवॉर्ड के साथ ही राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के हाथों से राष्ट्रपति अवॉर्ड भी प्राप्त कर चुकी हैं.