देवास। उज्जैन संभाग आयुक्त आनंद कुमार शर्मा ने जिला अस्पताल में फीवर क्लीनिक और अस्पताल में बन रहे कोविड-19 आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया. उन्होंने नये आईसीयू वार्ड 10 बैड जल्द ही प्रारंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
सर्दी, खासी, गले में दर्द, बुखार व सांस लेने में तकलीफ के मरीजों के लिये अलग से फीवर क्लीनिक के संचालित किये जा रहे हैं. शहरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के लिए फीवर क्लीनिक जांच के मुख्य केंद्र हैं. जहां रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा आरटीपीसीआर के लिए सैंपल लिये जाने की सुविधा की गई है.
इसके अलावा फीवर क्लीनिकि के माध्यम से कोरोना लक्षण वाले मरीजों की त्वरित पहचान की जाएगी और रेपिड एंटीजन टेस्टिंग किट से कोरोना जांच करने के बाद रिस्क स्ट्रेटीफिकेशन मेट्रिक्स के आधार पर उपचार के लिए चिकित्सक द्वारा होम आइसोलेशन अथवा चिन्हित सीसीसी, डीसीएच में रेफर किया जा सकेगा.
डायबिटिज, हायपरटेंशन हृदय एवं किडनी संबंधित बीमारी अथवा अन्य असंचारी रोग से ग्रसित व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं तथा लक्षण युक्त मरीजों के कोविड-19 टेस्ट के परिणाम शीघ्र प्राप्त किये जाने के लिए रेपिड एंटीजन टेस्टिंग किट से जांच की जा रही है. इसके अलावा जो मरीज कोरोना पॉजिटिवों के संपर्क में आए हैं, उनकी रेपिड एंटीजन टेस्टिंग किट से जांच की जा रही है और उन्हें इलाज की पूरी सलाह दी जा रही है.