देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले की खातेगांव विधानसभा कांग्रेस की उन 66 सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हारती चली आ रही है. इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने आखिरी बार 1993 में जीत का स्वाद चखा था. इसके बाद से लगातार 5 चुनावों में बीजेपी ने जीत का झंडा बुलंद किया है. इस विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी दंगल रोचक हो सकता है. यहां ब्राह्मण मतदाता को प्रभावी माना जाता है. यही वजह है कि बीजेपी के आशीष शर्मा लगातार दो चुनावों से जीतते चले आ रहे हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बार इस सीट से पार्टी में शामिल हुए पूर्व सीएम के पुत्र और पूर्व मंत्री दीपक जोशी को मैदान में उतार सकती है.
खातेगांव बीजेपी की मजबूत सीटो में से एक: खातेगांव विधानसभा पर बीजेपी की मजबूत पकड़ मानी जाती है. इस सीट को बीजेपी की सबसे सेफ सीटों में गिना जाता है. इस सीट से पिछले 5 चुनावों से बीजेपी विधायक लगातार चुनकर आ रहे हैं. बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार ओम पटेल को करीबन 7 हजार 734 वोटों से हराया था. आशीष शर्मा को 71 हजार 984 वोट मिले थे, जबकि कांगेस के ओम पटेल को 64212 लोगों ने वोट दिया था. बीजेपी विधायक आशीष शर्मा की इस सीट पर लगातार यह दूसरी जीत थी. जबकि बीजेपी की लगातार 5वीं जीत थी. इसके पहले बीजेपी 2013, 2008, 2003, 1998 के चुनाव में भी जीत दर्ज कर चुकी है.
कांग्रेस ने सीट जीतने बनाई रणनीति: खातेगांव विधानसभा सीट कांग्रेस की हिट लिस्ट में शामिल है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कहते हैं कि इस बार इस सीट पर बड़ा उलटफेर दिखाई देगा. हमारे नेता दिग्विजय सिंह ने इस सीट सहित तमाम 66 सीट के लिए पुख्ता रणनीति तैयार की है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस इस बार इस सीट पर बीजेपी से कांग्रेस में आए पूर्व मंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और पूर्व मंत्री दीपक जोशी को चुनाव मैदान में उतार सकती है. दीपक जोशी खातेगांव-कन्नौद क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क साधने में जुटे हैं. खातेगांव ब्राह्मण बाहुल्य सीट हैं. ऐसे में दीपक जोशी के चुनाव मैदान में उतरने से पार्टी को फायदा होगा. वैसे इस सीट से कांग्रेस के आधा दर्जन नेता लक्ष्मीनारायण बंडावाला, मनीश चौधरी, गौतम बंटू गुर्ज, मनोज होलानी और ओम पटेल भी दावेदारी कर रहे हैं.
खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति के 14 फीसदी से ज्यादा मतदाता हैं. इसके अलावा अनुसूचित जनजाति की आबादी करीबन 24 फीसदी है. इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 2 लाख 31 हजार 810 है. इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 19 हजार 838, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 11 हजार 971 है और 1 अन्य है.
जिला बनाने की मांग का उठेगा मुद्दा: आगामी विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भी क्षेत्र के विकास के जुड़े मुद्दों के अलावा खातेगांव को जिला बनाने का मुद्दा फिर गरमाएगा. इसकी मांग यहां लंबे समय से की जा रही है. नागदा को जिला बनाए जाने के ऐलान के बाद यह मुद्दा और गरमा गया है. उधर बीजेपी के मौजूदा विधायक आषीश शर्मा कहते हैं कि क्षेत्र में विकास के कई काम हुए हैं. शहर के विकास, सड़क, पानी, बिजली की मूलभूत सुविधाओं पर पूरा ध्यान दिया गया है. सीएम राइज स्कूल का काम भी तेजी से चल रहा है.