देवास। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पोल वॉल्ट के खिलाड़ी देव कुमार मीणा ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड जीता है. देव मीणा ने एमपी में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 4.91 मीटर की छलांग लगाकर पोल वॉल्ट में नया युवा राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. देव ने उत्तर प्रदेश के राकेश द्वारा बनाए गए पांच साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिन्होंने 2018 में वड़ोदरा में राष्ट्रीय युवा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4.90 मीटर की छलांग लगाई थी. देव मीणा ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपने पिछले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ में .30 मीटर का सुधार किया है. उनका पिछला व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ नडियाद, गुजरात में 4.60 मीटर भारतीय U20 फेडरेशन कप था. देव मीणा का स्वर्ण प्रतियोगिता में मेजबान मध्यप्रदेश का 14वां स्वर्ण पदक है.
छोटे गांव से स्वर्ण तक का सफर: देव कुमार मीणा ने गांव से भोपाल तक पहुंचने और उसके बाद अपनी कड़ी मेहनत से खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड पदक जीतने में कामयाबी हासिल की है. देव का टैलेंट सर्च के माध्यम से वर्ष 2020 में मध्यप्रदेश एथलेटिक अकादमी में चयन हुआ था. देवास जिले के खातेगांव तहसील के छोटे से गांव सिल्फोड़खेड़ा के रहने वाले देव के स्कूल गेम्स में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने पर ताऊजी (बड़े पिताजी) एडवोकेट आरएस मीणा ने उसे ट्रेनिंग के लिए भोपाल भेज दिया था. देव पहले एथलीट (दौड़) की तैयारी कर रहे थे लेकिन भोपाल के कोच संजय कुमार की सलाह पर उन्होंने पोल वॉल्ट खेलना शुरू किया.
खेल बदला रिकॉर्ड तोड़ दिया: देव मीणा को शुरू में लघु स्प्रिंट के लिए चुना गया था लेकिन बाद में उन्हें पोल वॉल्ट में दिलचस्पी हो गई. अकादमी के एथलेटिक कोच संजय गार्निक कहते हैं कि अभ्यास के दौरान हमने देखा कि देव कुमार की कूदने की क्षमता अच्छी है इसलिए उन्होंने उसे स्प्रिंट रेस के बजाय पोल वॉल्ट का प्रशिक्षण देना शुरू किया. संजय बताते हैं कि छह माह के अंदर देव कुमार ने पोल वॉल्ट में 4.60 मीटर की दूरी तय कर राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अपने आयु वर्ग में पदक जीता. देव अकादमी में रोजाना चार से पांच घंटे कड़ी ट्रेनिंग कर रहे थे. हालांकि प्रेक्टिस में वे 5 मीटर पार रहे थे. लेकिन प्रतियोगिता में वे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से थोड़ा पीछे 4.91 पर रह गए, बावजूद इसके गोल्ड जीतने में कामयाब रहे.
सोशल मीडिया से दूरी: देव को इस प्रतियोगिता में मेडल लगने की उम्मीद शुरू से ही थी. देव का कहना है कि मुख्य एथलेटिक्स कोच ने युवाओं का ध्यान केंद्रित रखने के लिए स्मार्ट फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. एथलेटिक्स अकादमी में स्मार्ट फोन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है. देव कुमार कहते हैं कि आजकल युवा सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताते हैं. लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकाग्रता बहुत जरूरी है. मेरे पास अपने माता-पिता के संपर्क में रहने के लिए एक साधारण फोन है. देव कहते हैं कि राज्य सरकार के सहयोग के बिना मैं पोल वॉल्ट जैसे खेल नहीं खेल पाता क्योंकि उपकरण बहुत महंगा है और हम जैसे आम किसान की पहुंच से बाहर है. देव कुवैत में आयोजित 2022 एशियाई युवा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चोट के कारण चूक गए थे.