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हादसों को दावत दे रहे हैं बिजली के झुलते हुए तार, अधिकारी नहीं ले रहे हैं सुध

देवास जिले के कई गांवों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में बनीं सड़कों पर बिजली के तार नीचे झूल रहे हैं. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसी भी वख्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

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Published : Jun 1, 2019, 11:42 PM IST

wires hanging over road

देवास। जिले की खातेगांव तहसील में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पिछले वर्ष हुए सड़क निर्माण के दौरान सड़क को ऊंचा किया गया, लेकिन सड़क पर झूलते बिजली के तारों को ऊपर नहीं उठाया गया. बिजली के तार हादसों को दाबत देते नजर आ रहे हैं.

बिजली के झुलते तार


पिछले वर्ष ग्राम ओंकारा से नंदाखेड़ा, ककडदी से नंदाखेड़ा और सातल से बरखेड़ी तक सड़क निर्माण हुआ है. सड़क ऊंची होने से बिजली के तार नीचे आ गए हैं, कई जगह तो तार इतनी नीचे हैं कि वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है. सातल से बरखेड़ी के बीच मुख्य सड़क पर 33 हजार वोल्ट बिजली के तार सड़क पर झूल रहे हैं.


कुछ दिन पहले इन्हीं तारों की चपेट में आकर एक वाहन में आग लग गई थी. जिसपर ग्रामीणों की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था.


मामले में हरणगांव विविक के जेई ललित घानेकर ने बताया कि सड़क निर्माण से पहले ही पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करवाने का काम सड़क निर्माण एजेंसी का होता है. सड़क के अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे कर पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करने के लिए नोट बनाकर भेजा गया.


लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों ने अब तक विविकं में राशि जमा नहीं कराई है. समय रहते बिजली के तार सड़क से ऊंचे नही किये गये तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है.

देवास। जिले की खातेगांव तहसील में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पिछले वर्ष हुए सड़क निर्माण के दौरान सड़क को ऊंचा किया गया, लेकिन सड़क पर झूलते बिजली के तारों को ऊपर नहीं उठाया गया. बिजली के तार हादसों को दाबत देते नजर आ रहे हैं.

बिजली के झुलते तार


पिछले वर्ष ग्राम ओंकारा से नंदाखेड़ा, ककडदी से नंदाखेड़ा और सातल से बरखेड़ी तक सड़क निर्माण हुआ है. सड़क ऊंची होने से बिजली के तार नीचे आ गए हैं, कई जगह तो तार इतनी नीचे हैं कि वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है. सातल से बरखेड़ी के बीच मुख्य सड़क पर 33 हजार वोल्ट बिजली के तार सड़क पर झूल रहे हैं.


कुछ दिन पहले इन्हीं तारों की चपेट में आकर एक वाहन में आग लग गई थी. जिसपर ग्रामीणों की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था.


मामले में हरणगांव विविक के जेई ललित घानेकर ने बताया कि सड़क निर्माण से पहले ही पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करवाने का काम सड़क निर्माण एजेंसी का होता है. सड़क के अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे कर पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करने के लिए नोट बनाकर भेजा गया.


लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों ने अब तक विविकं में राशि जमा नहीं कराई है. समय रहते बिजली के तार सड़क से ऊंचे नही किये गये तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है.

Intro:प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में बनी सड़को पर मंडरा रही है मौत

खातेगांव। देवास जिले के खातेगांव की सड़कों पर झूलते बिजली के तार हादसों को न्यौता दे रहे है लेकिन जिम्मेदार है कि इस और ध्यान देने को तैयार नही है। कभी भी जिम्मेदारों की लापरवाही राहगीरों की जान पर भारी पड़ सकती है। क्षेत्र के गांवो को पक्की सड़क से जोड़ने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पक्की सड़क का निर्माण किया गया। और कई जगह अभी भी निर्माण कार्य चल रहा है। इन सड़कों पर बिजली के तार के रूप में मौत मंडरा रही है।

Body:ऐसे ही मामला खातेगांव तहसील की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सड़क निर्माण कार्य की सड़कों पर मौत का नजारा देखा जा सकता है जहाँ पिछले वर्ष ग्राम ओंकारा से नंदाखेड़ा, ककडदी से नंदाखेड़ा और सातल से बरखेड़ी तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण कार्य हुए है। जिसमे सड़क निर्माण के निर्माण के दौरान मुरम डालकर सड़क को ऊंचा किया गया लेकिन सड़क पर झूलते बिजली के तारों को ऊंचा नही किया गया। न ही पोल शिफ्टिंग की गई। सड़क की ऊंचाई होने के कारण बिजली के करंट दौड़ते तार और भी नीचे आ गए। कई जगह तो तार इतनी नीचे है कि वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है।
सातल से बरखेड़ी के बीच मुख्य सड़क पर 33 हजार वोल्ट बिजली के तार सड़क पर झूल रहे है।
इधर ग्राम विक्रमपुर से लिली तक प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य जारी है लेकिन यहाँ भी अब तक सड़क पर झूलते तार ऊंचे नही किये। जिसके कारण कुछ दिन पूर्व तेंदुपत्ता ले जा रहे वाहन में आग लग गई थी। जिस पर ग्रामीणों की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था।
समय रहते बिजली के तार सड़क से ऊंचे नही किये तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है।

Conclusion:इस संबंध में हरणगांव विविकं के जेई ललित घानेकर ने बताया कि सड़क निर्माण से पहले ही पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करवाने का कार्य होता है जो कि सड़क निर्माण एजेंसी को करवाना है। हरणगांव क्षेत्र में ग्राम ओंकारा से नंदाखेड़ा, ककड़दी से नंदाखेड़ा एवं सातल से बरखेड़ी की सड़क बनकर तैयार हो गई और वर्षो से आवागमन शुरू भी हो चुका है लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों ने इस और अब तक ध्यान नही दिया। वर्तमान में विक्रमपुर से लिली तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इस मार्ग पर सड़क के अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे कर पोल शिफ्टिंग एवं तार ऊंचे करने के लिए विविकं द्वारा दिसंबर 2018 में प्राक्कलन एवं डिमांड नोट बनाकर भेजा लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों ने अब तक उक्त कार्य के लिए विविकं में राशि जमा नही कराई है। जबकि सड़क निर्माण का कार्य लगातार जारी है। खातेगांव एसडीएम एवं हरणगांव थाने पर मेरे द्वारा सूचना दी गई की सड़को पर भविष्य में कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी विविकं की नही होगी।

बाईट-1 शोभाराम सोलंकी, एसडीएम खातेगांव
2 ललित घानेकर, कनिष्ठ यंत्री विविकं हरणगांव
3 राहगीर
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