देवास। मध्यप्रदेश के चार जिलों देवास, हरदा, सीहोर और होशंगाबाद के 100 से ज्यादा किसानों के साथ बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. जिले के खातेगांव में भी व्यापारियों ने किसानों के घर आकर फसल खरीदी और किसानों को दिए गए चेक बाउंस हो गए. फसल खरीदने के बाद से दोनों व्यापारी फरार है. पीड़ित किसानों ने खातेगांव एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है.
व्यापारी भाईयों ने सोची समझी रणनीति के तहत की धोखाधड़ी
प्रदेश के किसानों धोखाधड़ी खोजा ब्रदर्स नामक दो भाईयों की फर्म द्वारा की गई है. इन्होंने पहले तो किसानों से नए कृषि कानून के तहत मूंग और चने की कई क्विंटल फसल खरीद ली. जिसके एवज में 20 से 25 प्रतिशत राशि नगद दे दी, बाकी राशि के चेक दिए गए जो कि बाउंस हो गए. अब किसान अपनी कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसल की राशि के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. व्यापारी इलाके को छोड़ फरार हो गए है. पीड़ित किसानों ने खातेगांव एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोपी भाइयों सूरज खोजा और पवन खोजा के खिलाफ उचित कर्रवाई की मांग की है. बताया जा रहा है कि दोनों भाईयों ने सोची समझी रणनीति के तहत पहले तो खातेगांव कृषि उपज मंडी में खरीदी लायसेंस बनवाया और फिर कुछ दिनों बाद ही उसे निरस्त करवा लिया था ताकि वह इस तरह का घोटाला कर सके.
नए कृषि कानून में है व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई की व्यवस्था: विधायक आशीष शर्मा
किसान अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी के बाद प्रशासन से अपनी उपज का मूल्य दिलाने के साथ ही आरोपी भाईयों पर उचित कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि ज्यादा भाव के लालच में हमने बजाय मंडी में फसल बेचने के इन्हें दे दी थी. यह हमारी फसल घर से आकर ले गए थे. मामले में खातेगांव के भाजपा विधायक आशीष शर्मा का कहना है कि आरोपी भाईयों पर सख्त कार्रवाई कर पीड़ित किसानों को न्याय दिलाया जाएगा. कृषि संशोधन कानून में व्यापारी पर कड़ी कार्रवाई की व्यवस्था भी है.