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किसानों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 24 अक्टूबर तक मांगें नहीं मानी तो होगा चक्काजाम

देवास जिले की खातेगांव तहसील में किसानों ने धरना प्रदर्शन कर प्रदेश की कमलनाथ सरकार से बारिश की वजह से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग की.

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Published : Oct 21, 2019, 11:53 PM IST

धरना प्रदर्शन

देवास। प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने 10 माह पूरे कर लिए है लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस है. बार-बार किसानों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. इसी क्रम में जिले की खातेगांव तहसील की मंडी परिसर में किसानों ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार को उसके याद दिलाए और भारी बारिश के चलते हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से मुआवजे की मांग की.

किसानों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

प्रदर्शन के दौरान किसान कलेक्टर को बुलाने की मांग करते रहे. लेकिन उनकी जगह एसडीएम संतोष तिवारी ने जाकर किसानों से मुलाकात की. एसडीएम ने जल्द मांगे पूरी करने का आश्वसान दिया. जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ.

किसान नेता लक्ष्मीनारायण गौरा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तो सड़क पर उतरकर चक्काजाम करेंगे. उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के चलते फसलें खराब हो गई है. बावजूद इसके अभी तक सरकार की तरफ से किसानों की कोई मदद नहीं की गई है. अगर 24 अक्टूबर तक मांगे पूरी नहीं होती तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.

देवास। प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने 10 माह पूरे कर लिए है लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस है. बार-बार किसानों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. इसी क्रम में जिले की खातेगांव तहसील की मंडी परिसर में किसानों ने धरना प्रदर्शन किया और सरकार को उसके याद दिलाए और भारी बारिश के चलते हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से मुआवजे की मांग की.

किसानों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

प्रदर्शन के दौरान किसान कलेक्टर को बुलाने की मांग करते रहे. लेकिन उनकी जगह एसडीएम संतोष तिवारी ने जाकर किसानों से मुलाकात की. एसडीएम ने जल्द मांगे पूरी करने का आश्वसान दिया. जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ.

किसान नेता लक्ष्मीनारायण गौरा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तो सड़क पर उतरकर चक्काजाम करेंगे. उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के चलते फसलें खराब हो गई है. बावजूद इसके अभी तक सरकार की तरफ से किसानों की कोई मदद नहीं की गई है. अगर 24 अक्टूबर तक मांगे पूरी नहीं होती तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.

Intro:किसानों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, मांगे नही मानी तो होगा चक्काजाम

खातेगांव। प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने 10 माह पूरे कर लिए है लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस है। बार बार किसानों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इसी क्रम में सोमवार को किसानों ने धरना आंदोलन किया और सरकार को उसके याद दिलाए। किसान कलेक्टर को धरना स्थलबपर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। खातेगांव एसडीएम के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया। दो दिन में मांगे पूरी नही होने पर इंदौर-बैतूल नेशनल हाइवे पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी।


Body:धरना आंदोलन के दौरान किसान वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त कर कहा कि भगवान के बाद अगर कोई विधाता है तो वह किसान किसान अपने हक के लिए बार-बार उठाता है आवाज पर नहीं देता प्रशासन उनकी ओर ध्यान नही दे रहा है। जिसके कहते मंडी प्रांगण में धरना आंदोलन किया गया धरना आंदोलन में अगर बात नहीं मानी जाएगी उग्र आंदोलन सड़क पर उतरकर चक्काजाम करने का निर्णय किसान द्वारा लिया गया किसान अपनी मांग को लेकर कलेक्टर के सम्मुख अपनी मांग प्रेषित करना चाहते थे पर किन्हीं कारणों से जिला कलेक्टर किसानों के बीच नहीं पहुंच पाए और फोन पर बातचीत कर आगामी 24 तारीख को किसानों के बीच में आकर उनकी समस्या सुनकर तुरंत करने का आश्वासन अनुविभागीय अधिकारी संतोष तिवारी के माध्यम से किसानों से बात करते हुए कही गई वहीं किसानों का मानना है कि हमने एक निवेदन और जिला कलेक्टर महोदय का शिकार लिया 24 तारीख तक अगर 1:15 तक हमारी मांगे नहीं मांगी गई वह हमसे बात नहीं की गई तो हमें मजबूरन सड़क पर उतर कर चक्काजाम करना पड़ेगा।

Conclusion:बता दे कि किसान दोपहर 12:00 बजे मंडी प्रांगण में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे एक छोटी सी आमसभा के बीच किसानों ने अपनी बात मौजूद अधिकारियों के बीच कहीं गए।

बाईट- लक्ष्मीनारायण गौरा, किसान नेता खातेगांव
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