देवास। पिछले हफ्ते लगातार हुई भीषण बारिश से मध्य प्रदेश हलाकान है. भारी बारिश के बाद हर तरफ नदी-नाले उफान पर हैं. सबसे अधिक बारिश देवास जिले में दर्ज की गयी. यहां सामान्य बारिश 740.6 मिमी है. इसके मुकाबले 1109.4 मिमी बारिश यहां हो चुकी है. ड्रोन कैमरे के जरिए हम आपको देवास में बाढ़ के हालात बता रहे हैं. तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि नर्मदा नदी किस तरह विकराल रूप लेकर बह रही है. जिले के खातेगांव और नेमावर में तो बाढ़ ने तबाही मचाई और यहां के कई गांव टापू में तब्दील हो गए.
देवास जिले के खातेगांव नेमावर में नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर होने से निचली बस्तियों विशेष तौर से वार्ड तीन के लोगों को हटाया गया. जिला प्रशासन व पुलिस बल के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा और कलेक्टर ने भी गश्त की. निचले इलाकों में लाउडस्पीकर से सूचना दी गई. कई स्थानों पर पुलिस के विशेष पाइंट लगाए गए हैं, ताकि लोगों को लगातार जानकारी दी जा सके.
देवास में बाढ़ और बारिश की स्थिति
- इस साल मानसून सीजन में बारिश प्रदेश में सबसे ज्यादा देवास में हुई है.
- यहां सामान्य बारिश 740.6 मिमी है, जबकि अब तक यहां 1109.4 मिमी बारिश हो चुकी है
- देवास में 250 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा
- प्रदेश में एक जून से अब तक 861.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से कहीं ज्यादा है.
- देवास के नेमावर क्षेत्र के कई गांव बने टापू
- बाढ़ प्रभावित 250 परिवारों को सुरक्षित निकाला गया और राहत शिविर में भेजा गया
- सीएम शिवराज ने तीन बार किया देवास का दौरा
- सीएम शिवराज ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया
- खातेगांव क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनी
- दर्जनों गावों से लोगों को का किया गया रेस्क्यू
हर जगह दिख रहा था पानी ही पानी
बाढ़ के दौरान रेस्क्यू टीम द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 250 से ज्यादा परिवारों का रेस्क्यू किया गया. क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया था. हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है. तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो मंजर कैसा रहा होगा, जब चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा था.