देवास। शहर के औधोगिक क्षेत्र स्थित आराध्या डिस्पोजल फैक्ट्री में आज्ञात कारणों के चलते अचानक भीषण आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. इस आगजनी के दौरान फैक्ट्री में काम कर रहे 4 कर्मचारी पूरी तरह आग की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलस गए. जिन्हें पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद से तुरंत फैक्ट्री की दीवार तोड़कर जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया और उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. घटना में 2 की मौत हो गई, जबकि 2 की हालत गंभीर है. वहीं नगर निगम सहित 10 से अधिक फायर ब्रिगेड की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन पूरी तब तक फैक्ट्री में रखा सामान, मशीनरी सहित करोड़ों का अन्य सामान जलकर खाक हो गया.
दो मजदूरों की मौत: दरअसल, मजदूर नाइट ड्यूटी खत्म करके फैक्ट्री में सो रहे थे. इसी दौरान फैक्ट्री में अचानक आग लग गई. चारों मजदूर आग की चपेट में आ गए. आगजनी की जानकारी मिलते ही दमकल और पुलिस मौके पर पहुंची. जहां टीम और अन्य लोगों की मदद से जेसीबी से मजदूरों को फैक्ट्री की दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया. घटना में दो मजदूर सोनू चौधरी उम्र 24 साल और पप्पू परमार उम्र 30 साल की मौत हो गई. जबकि दो साथी मजदूर महेश वर्मा और बहादुर की हालत गंभीर है. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. ये चारों श्रमिक पान खेड़ी उज्जैन के रहने वाले हैं.
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चारों मजदूर सालों से कंपनी में कर रहे थे काम: जानकारी के मुताबकि फैक्ट्री में डिस्पोजल बनते हैं. हादसे में जिन दो लोगों की मौत हुई है, सोनू और पप्पू दोनों अविवाहित थे, लेकिन परिवार की जिम्मेदारी इनके ऊपर ही थी. आग की चपेट में आए चारों लड़के करीब 8 साल से कंपनी में काम कर रहे थे. इनसे 12 घंटे ड्यूटी कराई जाती थी. वहीं घटना में मृतक के परिजनों ने कंपनी से आर्थिक सहायता देने की मांग की है. बता दें आग इतनी भयानक थी कि फैक्ट्री में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया है. एसडीएम देवास, नगर निगम, शहर के विभिन्न थानों की पुलिस व सैकड़ों लोगों ने आग को बुझाने का प्रयास किया. घटना में एसडीएम प्रदीप सोनी का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी या कोई और वजह है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. मामले की जांच की जाएगी.