देवास। मध्य प्रदेश में बाघ और तेंदुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब जिले के खातेगांव वनपरिक्षेत्र के ग्राम सुखेड़ी में एक तेंदुआ मृत अवस्था में मिला. घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. वन अमला भी मौके पर पहुंच गया है. हालांकि मौत का कारण स्पष्ट नहीं है. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
बीमारी से मौत की आशंका: वन एसडीओ एसएल यादव ने बताया कि ''मुझे सूचना मिली कि सुखेड़ी के जंगल में नर तेंदुआ मृत अवस्था में मिला है. जिसकी उम्र करीब 8 साल के आसपास होगी. प्रथम दृष्टया में कोई बीमारी से मौत हो सकती है. हालांकि मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई है.''
तेंदुए की मौत से क्षेत्र में हड़कंप: बता दें कि देवास जिले में वन संपदा का भंडार है और घने जंगल होने के कारण वन्यजीवों की गतिविधि भी होती रहती है. जंगल एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन विभाग हमेशा तैनात रहता है. अचानक तेंदुए की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. मृत तेंदुआ को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी.
वन्यजीवों का घर कहलाता है खिवनी अभ्यारण्य: गौरतलब है कि कन्नौद-खातेगांव क्षेत्र में खिवनी अभ्यारण्य स्थित है जो कि वन्य जीवों का घर माना जाता है. यहां भी बड़ी संख्या में बाघ, तेंदुआ, हिरण, चीतल, नीलगाय सहित अन्य वन्यजीव विचरण करते हुए देखे जा सकते हैं. खिवनी अभ्यारण्य से कुछ किलोमीटर दूरी पर तेंदुआ की मौत रहस्यमय है. कुछ दिनों पूर्व सबरेंज लिली में किसानों ने तेंदुए को शिकार करते देखा था. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. तेंदुए के कारण जंगल से लगे खेतों के किसानों में भय बना हुआ है.