देवास। डिप्टी रेंजर मान सिंह गौड़ के वायरल वीडियो मामले में देवास डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कंटेंट आपत्तिजनक है. इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है. इसमें दो सीनियर एसडीओ को रखा गया है. इनमें एक क्षेत्र अधिकारी को रखा है ताकि वे भी मौके स्थिति को समझ सकें. समिति को निर्देशित किया गया है कि इसकी सत्यता की जांच करें कि मामला पूरा है क्या. समिति ने प्राथमिक प्रारंभिक रिपोर्ट दी है. इसमें बताया गया है कि जो बात की जा रही है, वह मध्यप्रदेश शासकीय सेवा आचरण का उल्लंघन है.
प्रारंभिक रिपोर्ट मिली : डीएफओ ने बताया कि समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्य वन संरक्षक उज्जैन को प्रेषित की गई है. इसके आधार पर मान सिंह गौड़ को निलंबित किया गया है. वीडीयो में कई बिंदु प्रकाश में आ रहे हैं. 6-7 बिंदु में उसे बांटा गया है. जैसे कि उसमे पैसे की लेनदेन की बात की जा रही है. वाहन की बात की जा रही है. मकान बनाने की बात की जा रही है. मौके पर जो नप्ती हो रही है, वह मनरेगा के तालाब के बारे में है. ये सब कथित बातों की समिति बिंदुवार जांच कर रही है. समिति अपनी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में सबमिट कर देगी.
ALSO READ: |
जांच में समय लगेगा : डीएफओ ने बताया कि जांच के दौरान कई स्टेटमेंट लेने पड़ेंगे. कई डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करना पड़ेगा. स्वाभाविक है कि इसमें समय लगेगा. वीडियो में जो बाते हैं, उसके अनुसार जब मान सिंह गौड़ रेंज के प्रभार में थे, ये समय की बातें बता रहे हैं. ये लगभग डेढ़ साल पुरानी बात है. उस दौरान की बातों का रिफ्रेंस दिया जा रहा है. ये वीडियो 6 नवंबर के आसपास का है. वीडियो में जो 5 लाख रुपए के लेनदेन की बात की जा रही है, ऐसे सारे बिंदू जांच में सम्मलित हैं.