देवास। जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर से भी अधिक दूर होने से आमजन को अपने काम के लिए देवास जाना पड़ता है. कई बार काम नहीं होने की स्थिति में निराश होकर लौटना पड़ता है या फिर कहीं रात रुकना पड़ता है. ऐसे में लोगों की समस्या को देखते हुए वर्षों से कन्नौद को जिला बनाने की मांग उठ रही है. जिसको लेकर सोमवार को मप्र श्रमजीवी पत्रकार संघ के बैनर तले कन्नौद के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री शिवराज के नाम एसडीएम नरेंद्र सिंह धुर्वे को ज्ञापन सौपकर कन्नौद को प्राथमिकता से जिला बनाने की मांग की है.
पत्रकारों ने ज्ञापन में कहा है कि कन्नौद को जिला मुख्यालय का दर्जा देने की मांग लगभग 20 - 25 वर्षों से की जा रही है. जिससे कि कन्नौद विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें. कन्नौद में अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय और अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय भी है. वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का मुख्यालय पुलिस विभाग ने बनाया है. आसपास के 300 से अधिक गांव के लोग यहां व्यापार और सरकारी कार्यों से आते हैं.
कन्नौद को जिला मुख्यालय का दर्जा दिए जाने के लिए वर्षों पूर्व से चल रही मांग को अब पूरा करने की आवश्यकता है क्योंकि नेमावर, खातेगांव, सतवास, कांटाफोड़, लोहारदा नगर परिषद को मिलाकर कन्नौद को जिला बनाना चाहिए. मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ कन्नौद, कन्नौद को जिला मुख्यालय का दर्जा देने का विषय शासन को कई बार पत्र लिखे गए हैं.
वर्तमान में जिला देवास है, सरकारी कार्य से देवास जाने पर पूरा दिन गुजर जाता है. वहीं आबादी के हिसाब से भी कन्नौद जिला मुख्यालय का हकदार है. इसके अलावा कन्नौद नगर से इंदौर-बैतूल-नेशनल हाइवे और आष्टा-पुनासा स्टेट हाईवे गुजरा है, जो कम दूरी में मालवा और महाराष्ट्र को जोड़ता है. साथ ही खातेगांव, सतवास आदि तहसील के केंद्र कहा जा सकता है.