देवास। मध्यप्रदेश की सियासत में बाकी मुद्दे एक तरफ और दीपक जोशी के कांग्रेस ज्वाइन करने की अटकलें लगातार सुर्खियों में छाई हुई है. पिछले कई दिनों से खबरें आ रही है कि दीपक जोशी बीजेपी में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे हैं. वहीं बीजेपी द्वारा कई बार इन अटकलों को रोकने की कोशिश की गई. कभी वीडी शर्मा ने तो कभी नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दीपक जोशी को मना लिया जाएगा, लेकिन अब लगता है यह संभव नहीं. जी हां पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने शुक्रवार शाम देवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है. वे शनिवार सुबह अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर कमलनाथ के पास पहुंचेंगे. जहां कांग्रेस का दामन थामेंगे.
दीपक जोशी ने लगाए गंभीर आरोप: इस दौरान मीडिया से करते हुए दीपक जोशी के आंसू छलके. उन्होंने कहा कि स्व. पिताजी का हाटपीपल्या में स्मारक बनना है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी को कहा लेकिन किसी को कोई असर नहीं पड़ा. स्मारक की जगह खंडहर जैसी हो रही है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. दीपक जोशी ने कहा कि पिता ने सुचिता की राजनीति की, लेकिन अब के समय में कथनी और करनी में अंतर है. भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है.
बीजेपी छोड़ने के फैसले पर अडिग: दीपक जोशी ने कहा कि बीजेपी के नेता सत्तन, भंवर सिंह शेखावत भी मुखर हुए हैं. भाजपा अब वैसी नहीं रही जैसी की पिताजी ने सींची थी. उन्होंने कहा कि देवास से लेकर दिल्ली तक BJP के तमाम नेताओं, संगठन से जुड़े लोगों ने और CM शिवराज ने भी कोशिश कर ली लेकिन मैं अपने फैसले पर अडिग हूं. अब पिताजी की विरासत को संभालना है. पिताजी के सम्मान के लिए यह कदम उठा रहा हूं. पूर्व मंत्री ने कहा कि मेरे पिता ने हमेशा ईमानदारी की राजनीति की. मैंने इसका बीड़ा उठाया तो बीजेपी मेरे खिलाफ हो गई और मेरी उपेक्षा की गई.
बुधनी से लड़ूंगा चुनाव: इसके आगे दीपक जोशी ने कहा कि मुझे कांग्रेस से भी कोई टिकट नहीं चाहिए. यदि पार्टी कहेगी तो बुधनी से लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि मेरी इस कदर उपेक्षा की जाती थी कि मेरे साथी नमस्कार तक नहीं करते थे. बात करना तो दूर की बात है. मुझे कार्यक्रमों में बुलाया तक नहीं जाता था. इस वजह से किसी कार्यक्रम में जबरन घुसने की कोशिश भी नहीं करता था. देवास जिले में मैं पार्टी के लिए इस प्रकार से हो गया था कि यदि मैं किसी कार्यक्रम में पहुंच जाता था तो लोगों को लगता था कि यह क्यों आ गए. ऐसे तत्वों के साथ अब बैठना मुझे भी अच्छा नहीं लग रहा, जो मुझे पसंद नहीं करता, उसके साथ मैं क्यों बैठूं.
|
बीजेपी में बढ़ी भ्रष्टाचार की वैतरणी: मुख्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि ताली बॉस की तो गाली भी बॉस की. जब ताली लेते हो तो गाली भी आपको लेनी चाहिए. इतना ही नहीं दीपक जोशी बोले कि आज की तारीख में कोई भी काम बिना लिए-दिए नहीं हो रहा. भ्रष्टाचार की वैतरणी इतनी तेजी से बढ़ रही है, कि गरुण पुराण का एक चैप्टर जरूर जुड़ जाएगा. भ्रष्टाचार करने वालों को यह मिलेगा, इतना खाने वाले को यह मिलेगा. वहीं टिकट मांगने और चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि-जाति से ब्राह्मण हूं. जाति का स्वभाव मांगना होता है, लेकिन फिर भी कभी कुछ नहीं मांगा. न पहले कुछ मांगा है, न अब मांगूंगा. मैं कमलनाथ के साथ जुड़कर अपनी आगामी रणनीति को तैयार करूंगा. पूरी कोशिश रहेगी कि मेरा देवास जिला जो मेरे पिता की सुचिता की राजनीति का प्रतीक है. देवास जिले की कमियों को दूर करने का प्रयास करूंगा. हां अगर कांग्रेस कहेगी तो बुधनी से चुनाव लड़ूंगा. किसी और जगह से नहीं लड़ूंगा. मैंने कभी किसी का हक नहीं मारा है न मारूंगा.