देवास। भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प पर अब पूरी दुनिया की नजर है. इस झड़प से देश के लोगों में चीन के खिलाफ आक्रोश है, क्योंकि इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि चीन को भी बड़ा नुकसान हुआ है चीन द्वारा लद्दाख स्थित गालवन घाटी में भारतीय सैनिकों पर किए गए हमले के बाद खातेगांव में स्थानीय लोगों में चीन के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है.
चीन के रवैये की हर जगह आलोचना की जा रही है. जगह-जगह चीनी समान न खरीदने की बात भी सामने आ रही है. खातेगांव नगर में बस स्टैंड, पुलिस थाना के सामने भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय अध्यक्ष डालचंद जाट के नेतृत्व में चीन के राष्ट्रीय ध्वज में आग लगाकर चीन मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. साथ ही भारत जिंदाबाद के जयकारे गूंजे.
इस अवसर पर डालचंद जाट ने कहा कि हम सब भारतवासियों को चीन से आए हुए चाीनी सामान का खुलकर विरोध करना है. देश की मजबूरी है कि वैश्विक व्यापार नीति के तहत चीन के सामान को भारत में आयात से रोक नहीं सकते, लेकिन आमजन से अपील है कि यदि हम चीन के सामान का विरोध करेंगे तो निश्चित ही उसकी आर्थिक स्थिति खराब होगी.
डालचंद जाट ने बताया कि चीन की ये एक चाल है, वो कोरोना वायरस के संक्रमण को रोक नहीं पा रहा. इसलिए चीन लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सीमा पर इस प्रकार का तनाव पैदा कर देश में माहौल खराब कर रहा है. हम सब हिंदुस्तानियों को चीन के समान का खुलकर विरोध करना है.