देवास। खातेगांव के कन्नौद वनपरिक्षेत्र खिवनी अभ्यारणय में एक दिवसीय 'अनुभूति कार्यक्रम' का आयोजन किया. जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं को प्रकृति के विविध आयामों को जानने और सीखने का मौका मिला. साथ ही प्रकृति संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया गया. इस दौरान छात्र-छात्राओं को पर्यावरण का पाठ पढ़ाने के लिए वन अधिकारी ही शिक्षक बने.
आज हम संकल्प लें कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे
प्रकृति में आकर्षण होता है, इसलिए हम प्रकृति की ओर खिंचे चले आते हैं. प्रकृति से खूबसूरत कुछ भी नहीं है. इसलिए हमें प्रकृति से प्रेम करते हुए पेड़-पौधे लगाने चाहिए. साथ ही उनकी सुरक्षा भी करनी चाहिए. तो आज हम संकल्प लें कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे. ना तो हम नुकसान पहुंचाएंगे और ना ही किसी को पहुंचाने देंगे. और तो और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर पृथ्वी की सुंदरता को बढ़ाएंगे. विद्यार्थियों को ये बात अनुभूति कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर अम्बुज जैन ने कही.
विद्यार्थियों को बताए पेड़-पौधों की उपयोगिता
इस कार्यक्रम में स्कूली विद्यार्थियों को रेंजर जेडी उपाध्याय ने वनों के महत्व के बारे में बताया. साथ ही कई तरह के पेड़ और पौधों की प्रजातियों की पहचान कराकर उनकी उपयोगिता के बारे में बताया. जलस्त्रोतों की जगह पर वन्यप्राणियों के पगमार्क के निशान भी विद्यार्थियों को दिखाए और बताए गए. वन्यजीवों के जीवन चक्र, भोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें भी बताई गई. साथ ही स्कूली बच्चों ने भी अपने मन में उठ रहे सवाले को अधिकारियों के सामने रखकर अपनी जिज्ञासा शांत की.