देवास। पिछले दिनों इंदौर में उपचाररत हाटपीपल्या की एक कोरोना संदिग्ध महिला की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर महिला के संपर्क में आने वाले 22 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. इन सभी के सैंपन जांच के लिए भेजे गए थे. रविवार को इन सभी संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर स्वास्थ विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन और नगर परिषद के अधिकारियों की मौजूदगी में सभी 22 लोगों को घर भेजा गया है.
नायब तहसीलदार अनिता बरेठा ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आये लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर हाटपीपल्या के 22 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर से घर भेजा गया है. साथ ही लोगों को जरुरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है. बता दें, अनलॉक 0.1 शुरु होने के बाद से लोगों को ज्यादा से ज्यादा एहतियात बरतने की बात कही जा रही है. अनलॉक के कारण लोग ज्यादा से ज्यादा एक दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं, जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है.
अनिता बराे ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करें, मास्क लगाएं. लोगों को प्रशासन तो जागरुक कर ही रहा है, साथ ही शहर के लोग भी अपने आसपास रह रहे लोगों को जागरुक करने के प्रयास कर रहे हैं. लॉकडाउन में देवास जिले की सिद्धि विनायक संस्था ने भोजन वितरण कर जहां मानव सेवा की, वहीं अब अनलॉक 1.0 में भी लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाया है. जहां संस्था के सदस्यों ने जिले में स्लोगन के साथ लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की.