दतिया। मध्यप्रदेश सरकार का पुरातत्व विभाग विश्व विख्यात एवं पुरानी स्मारकों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है, लेकिन पुरानी धरोहरों को सहेजने का काम नहीं किया जा रहा है, ऐसे में पुरानी धरोहर का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है.
इसी तारतम्य में दतिया 19 से 25 नवम्बर तक इंटेक द्वारा मनाए जा रहे विश्व धरोहर सप्ताह अंतर्गत दतिया के विश्व प्रख्यात अशोक सम्राट के शिलालेख हेतु, स्थल को कलई से रंग कर आने वाले पर्यटकों के लिए सुगम करने का कार्य किया गया. इंटेक दतिया द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अरुण सिद्ध, संजय रावत युवा समन्वयक खेल एवं युवा कल्याण विभाग दतिया सुखसिंह, रविभूषण खरे विनोद मिश्र, अभिराम शर्मा उनाव और ग्रामीण जन उपस्थित रहे.
इंटेक दतिया के द्वारा मार्ग को चिन्हित किया गया. इस अवसर पर कवि हृदय अरूण सिद्ध ने अपनी कविता से शिलालेख के महत्त्व को बताया. वहीं संजय रावत ने कहा कि 'हम सभी को अपनी विरासत का संरक्षण करना होगा, तभी सुरक्षित रह सकती है, उनकी देखभाल कर उनको पर्यटकों लिए साफ स्वच्छ बनाना होगा. दतिया इन्टेक द्वारा किए जा रहे कार्य बहुत ही सराहनीय और उत्तम है.
उन्होंने कहा कि 'इस विश्व स्थल तक पहुंचने का मार्ग नहीं होने से पर्यटकों को बहुत परेशानी होती है, आज संस्कृति सेवी लोगों ने स्वयं पत्थर टोर आदि को चूने से रंगकर चिन्हित किया, यह काम बहुत ही सराहनीय है और इससे धरोहरो को सुरक्षित रखने के साथ साथ लोगो को इन्हें देखने के लिए भी ध्यान केंद्रीत किया जाता है.'