दतिया। हेलीकॉप्टर से दुल्हन की विदाई और दूल्हे का स्वागत धीरे-धीरे लोगों के बीच चलन बनता जा रहा है. ताजा मामला दतिया से सामने आया है, जहां उड़न खटोला से दुल्हन को उसके मायके से विदा कर ससुराल लाया गया है. इस अनोखे अंदाज को अंजाम दूल्हे के बड़े भाई ने दिया. बता दें कि दूल्हा इंजीनियर है, जिसने यूपी की रहने वाली लड़की से शादी की है. हेलीकॉप्टर से विदाई का सपना दूल्हे के स्वर्गीय पिता का था.
दुल्हन की हेलीकॉप्टर से विदाई: जब किसी की शादी होती है तो दूल्हा-दुल्हन की विदाई का तरीका भी सबके लिए खास होता है. आज के समय में दूल्हा, दुल्हन की विदाई के लिए महंगी और लक्जरी कार लाता है, लेकिन मध्यप्रदेश के दतिया के एक गांव में दूल्हा-दुल्हन हेलीकॉप्टर में विदा होकर पहुंचे. यह पहल जितेंद्र यादव ने अपने स्वर्गीय पिता की इच्छा पूरी करने के लिए कराई, बेटे ने श्रवण कुमार की तरह अपने पिता से प्रेम का परिचय दिया है. अपने स्वर्गीय पिता की इच्छा को पूरा करते हुए उसने अपने भाई की शादी के बाद दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से कराई.
गांव में हेलीकॉप्टर देखने उमड़ा हुजूम: जितेंद्र यादव टीकमगढ़ जिले में उपनिरीक्षक के तौर पर पदस्थ हैं. ये मूल रूप से दतिया के भांडेर अनुभव के ग्राम गोपी खिरिया के रहने वाले हैं. जितेंद्र के भाई राघवेंद्र की शादी हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुई. इस दौरान दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से कराई गई. इसका खास इंतजाम दूल्हे के बड़े भाई जितेंद्र ने किया था. दूल्हा-दुल्हन जब हेलीकॉप्टर से गांव पहुंचे तो देखने वालों का भी हुजूम उमड़ पड़ा.
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स्वर्गीय पिता की इच्छा थी अनोखे विदाई की: जितेंद्र के छोटे भाई यानी दूल्हा राघवेंद्र यादव ने बताया कि, "मेरे पिता ने इच्छा जताई थी की जब मेरी शादी हो तो मेरी पत्नी की विदाई कुछ अलग और हटके होनी चाहिए. दुर्भाग्य से वे 2016 में चल बसे, मेरे पिता की आखिरी इच्छा बड़े भाई जितेंद्र यादव को भी पता थी. अब जब समय आया तो एसआई जितेन्द्र यादव ने पिता की इच्छा का मान रखते हुए उसे पूरा किया और मेरी दुल्हन की विदाई हेलीकॉप्टर से कराई. इतना ही नहीं बड़े भाई ने हमारी गांव में शानदार एंट्री करवाकर गृह प्रवेश कराया गया."